रावर्टसगंज नगर से सटे बढ़ौली मैं श्री हरिहर द्वादश ज्योतिर्लिंग यजन महायज्ञ मे राम कथा सुनने उमड़ रही है भक्तों की भीड़
सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- शुभ संकल्प क्रिया और ईश्वर की कृपा इन तीनों वस्तुओं के एकत्रित होने से ही कोई भगवत कार्य प्रारंभ होता है। उक्त बातें श्री हरि हर द्वादश ज्योतिर्लिंग नियोजन महायज्ञ व संगीत में श्री राम कथा के दूसरे दिन भक्तों को अपने प्रवचन सुनाने के दौरान कथा वाचिका बाल व्यास आराधना चतुर्वेदी ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के
आदर्श जीवन के बारे में कहीं। आगे उन्होंने कहा कि जब रामकथा मात्र कथा नहीं है, मात्र वह एक पारंपरिक इतिहास नहीं है बल्कि वह एक मर्यादित आदर्श व संस्कारित सनातन संस्कृति का परिचायक है। बाल ब्यास आराधना चतुर्वेदी कथा श्रवण करने आए राम भक्त नर नारियों को गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस का श्रवण करने की प्रेरणा देते हुए तमाम उद्धरण भी प्रस्तुत किए जिससे मानव जीवन कृतार्थ हो सकता है। इस दौरान उनके साथ संगीत में आर्गन पर सुनील पाठक, तबला पर कृष्ण मोहन तिवारी और पैड पर राकेश जी संगत कर रहे थे। प्रवचन के समय सैकड़ों नर नारी जहां उपस्थित रहे वही यज्ञशाला की परिक्रमा करते भी रोग नहीं थक रहे थे।