★सौरऊर्जा की ओर दुनिया जा रही है हमें भी सौरऊर्जा अपनाना चाहिए:मुख्यमंत्री
★17 वर्ष बाद पिचडी कोयला खदान फिर से हुआ प्रारम्भ
बेरमो/बोकारो: पिछड़ी खदान के खुलने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। सीसीएल द्वारा सीएसआर फण्ड के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई के क्षेत्र में 150 करोड़ की 15 योजनाओं का शिलान्यास हुआ। राज्य सरकार ने भी 228 करोड़ की 103 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया है। आज बेरमो के लिए ऐतिहासिक दिन है। ये बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बेरमो में आयोजित विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास समारोह में कही।रघुवर दास ने कहा कि झारखंड जहां कुदरत ने सबसे अधिक कोयला दिया है। यह दुर्भाग्य है कि जिस झारखण्ड के पास पूरी दुनिया को रोशन करने की क्षमता है। वहां के 30 लाख लोग 67 साल तक अंधेरे में रहे, यहां गरीबी ने अपना शिकंजा कस लिया। पूर्व की सरकारें लोगों को बिजली उपलब्ध नहीं करा सकी। राज्य के 30 लाख घर अंधेरे में थे। हमने 2014 के बाद मात्र 5 वर्ष के अंदर 30 लाख घरों में बिजली पहुंचा दी और बंद माइन्स को फिर से शुरू किया। यह स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने में सहायक होगा। 18 अक्टूबर को केंद्रीय कोयला मंत्री से हुई बात के बाद मुझे भरोसा हुआ कि अब विस्थापितों के साथ न्याय होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विस्थापन 2014 के पहले की देन है। पहले किसी ने गरीबों पर ध्यान नहीं दिया। वर्तमान सरकार ने केंद्रीय कोयला मंत्री से स्पष्ट कहा है कि विस्थापन से पहले पुनर्वास को प्राथमिकता दें। उन्हें उनकी जमीन का पट्टा दें। ताकि योजनाओं का लाभ उनतक पहुंच सके। वर्तमान सरकार के प्रयासों का ही प्रतिफल है कि विस्थापित परिवार को अब पट्टा मिलना शुरू हो गया। गलत नीति का परिणाम है कि हम सिर्फ कोयला बेच रहे हैं। यदि हम कोयला के बदले बिजली बेचते तो आज तस्वीर कुछ और होती। 2014 के बाद से सरकार ने विद्युत उत्पादन के दिशा में काम किया। एनटीपीसी के साथ 4000 मेगावाट बिजली उत्पादन का करार हुआ है। 660 और 660 मेगावाट का पावर स्टेशन भी तैयार हो रहा है। अब झारखंड बिजली देने वाला राज्य बनेगा। आज दुनिया सौर ऊर्जा की तरफ जा रही है। सरकार सौर ऊर्जा उत्पादन की दिशा में बढ़ रही है।
17 वर्ष बाद पुन: पिचड़ी कोल माइंस का शिलान्यास, तालाब की खुदाई एवं सौंदर्यीकरण परियोजना, खेल अकादमी परियोजना का कायाकल्प, चेक डैम निर्माण परियोजना, बागवानी उत्पादन की आधारभूत संरचना एवं विस्तार परियोजना, दूषित जल उपचार संयंत्र एवं सार्वजनिक शौचालय निर्माण परियोजना, सांस एवं फेफड़ों की बीमारी के बचाव हेतु जागरूकता एवं स्वास्थ्य शिविरों संबंधित परियोजना, सफाई हेतु रोड स्वीपिंग मशीनों की खरीदारी एवं निरंतर उपयोग संबंधित परियोजना, परिधीय गांव में सौर ऊर्जा चालित स्ट्रीट लाइट परियोजना, परिधि गांवों में स्थित स्कूलों की मरम्मत एवं सौंदर्यीकरण परियोजना, पर्यावरण अनुसंधान एवं सस्टेनबिलिटी संस्थान परियोजना, जल संरक्षण प्रणाली निर्माण एवं विकास संबंधित परियोजना, परिधि गांवों में पेयजल हेतु सौर ऊर्जा द्वारा संचालित मोटर पंप एवं बोरवेल परियोजना, किसानों को जल संरक्षण एवं सिंचाई हेतु प्रशिक्षण परियोजना, फुसरो बाईपास रोड परियोजना का शिलान्यास किया गया। जिला प्रशासन 79 विभिन्न अलग-अलग योजनाओं का 20221.53 लाख की लागत निर्माण का शिलान्यास, 5 योजनाओं का जो 2637.37 लाख की लागत निर्माण का उद्घाटन, विभिन्न19 योजनाओं में 16532 लोगों के बीच 1760.18 लाख रुपया परिसंपत्ति का वितरण किया गया ।