बलिया पुलिस के उत्पीड़नात्मक रवैया से वकीलों में आक्रोश: जय नारायण पांडेय

मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को पत्रक भेज यूपी बार काउंसिल सदस्य एवं पूर्व उपाध्यक्ष ने मामले की निष्पक्ष जांच की उठाई मांग

विधि संवाददाता/राजेश पाठक

सोनभद्र। बलिया पुलिस के उत्पीड़नात्मक रवैया से वकीलों में आक्रोश को देखते हुए यूपी बार काउंसिल सदस्य एवं पूर्व उपाध्यक्ष जय नारायण पांडेय एडवोकेट ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्रक भेजकर मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग उठाई है। साथ ही पत्रक की प्रति प्रमुख सचिव गृह उत्तर प्रदेश, पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, जिलाधिकारी बलिया एवं पुलिस अधीक्षक बलिया को भी भेजा है। मुख्यमंत्री को भेजे पत्रक में श्री पांडेय द्वारा अवगत कराया गया है कि सुनील कुमार चौबे एडवोकेट सिविल कोर्ट बलिया में नियमित विधि व्यवसाय करते हैं। इनका एक भूमि विवाद था, जिसका निस्तारण माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने श्री चौबे के पक्ष में कर दिया है। बावजूद इसके उसी परिवार द्वारा सुनील कुमार चौबे एडवोकेट को जबरजस्ती यौन उत्पीड़न के मामले में फसा दिया गया है।
श्री पांडेय ने यह भी अवगत कराया है कि मामले की निष्पक्ष जांच किए बगैर बलिया पुलिस ने सुनील कुमार चौबे एडवोकेट के विरुद्ध 27 जनवरी 2024 को एकपक्षीय कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया गया है। यह प्रकरण गंभीर है और एक अधिवक्ता को बिना जांच जेल भेजे जाने से संबंधित है। जिसकी वजह से अधिवक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। इसलिए मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने का आदेश दिया जाना आवश्यक एवं न्यायसंगत है। श्री पांडेय द्वारा पत्रक की प्रति प्रमुख सचिव गृह उत्तर प्रदेश, पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, जिलाधिकारी बलिया एवं पुलिस अधीक्षक बलिया को भी भेजा गया है।

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