स्थानीय चिकित्सक ने मौत का कारण संक्रमण बताया , जांच के लिए महत्वपूर्ण अंगों को भेजा गया रांची व कोलकाता ….
लातेहार/बरवाडीह:-बेतला नेशनल पार्क में दो जंगली बाइसन(गौर) की मौत हो गयी है।दोनों जंगली बाइसन के शव को अलग-अलग जगहों पर अलग अलग समय में बरामद किया गया है।शव को देखने से पता चला है कि इनकी मौत पहले ही हो गयी थी।वन कर्मियों के द्वारा पेट्रोलिंग के दौरान शव को देखा गया।इनमें एक मादा और एक नर था।स्थानीय पशु चिकित्सक के द्वारा पोस्टमार्टम करने के बाद शव को दफना दिया गया है।स्थानीय चिकित्सकों के अनुसार मौत का कारण जीवाणु संक्रमण बताया गया है।हालांकि जांच के लिए जंगली भैंसों के महत्वपूर्ण अंगों के सैंपल को रांची व कोलकाता भेजा गया है।पलामू टाइगर रिजर्व के क्षेत्र निदेशक वाई के दास ने बताया कि मौत के कारणों का खुलासा जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकती है।फिलहाल स्थानीय चिकित्सक के द्वारा मौत का कारण संक्रमण बताया गया है.इसे देखते हुए जंगली भैंसों के मृत शरीर को दफनाने के बाद आसपास के जगह में आग लगा दी गयी है ताकि संक्रमण मुक्त बनाया जा सके।मामले की जानकारी मिलने पर विभागीय पदाधिकारी सक्रिय हो गए हैं।संक्रमण के फैलाव को लेकर विभागीय पदाधिकारियों में हड़कंप है।विभाग के कई वरीय पदाधिकारी पार्क क्षेत्र का भ्रमण कर मौत के कारणों का पता लगा रहे हैं।आशंका व्यक्त की जा रही है कि संक्रमण का असर अन्य जंगली जानवरों पर न हो। यह भी पता लगाया जा रहा है कि कहीं शिकारियों के द्वारा तो जंगली भैंसों को नहीं मारा गया है,क्योंकि लॉक डाउन के कारण शिकारियों के भी पार्क क्षेत्र में सक्रिय होने की सूचना मिल रही है।वही आज हेड फारेस्ट फोर्स (हॉफ) शशि नंद कुलियार,और पीसीसीएफ पीके वर्मा पहुँचे बेतला ,वही मौके पर नार्थ डिप्टी डायरेक्टर कुमार आशीष ,डायरेक्टर वाईके दास,रेंजर प्रेम कुमार,मणि यादव समेत काफी सँख्या में आला अधिकारी मौजूद रहे।