विजय कृष्ण त्रिपाठी को मिला हिंदी सेवी रजत सम्मान

विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान प्रयागराज ने रजत जयंती समारोह में किया सम्मानित

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- शिक्षाविद एवं हिंदी साहित्यकार डॉ विजय कृष्ण त्रिपाठी को हिंदी के उत्तरोत्तर विकास में उल्लेखनीय योगदान के लिए ‘विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान’ प्रयागराज द्वारा हिंदी सेवी रजत सम्मान से सम्मानित किया गया। बताते चलें कि डॉ त्रिपाठी पूर्व में उत्तर प्रदेश राज्य सीमेंट निगम द्वारा संचालित डाला इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य के पद पर सेवारत रहते हुए शिक्षा के साथ ही हिंदी भाषा केसमुन्नति के लिए कार्य करते रहे और प्रधानाचार्य पद से सेवानिवृत्त होने के बाद साहित्य में अपनी गहरी पैठ रखने के कारण पूर्वांचल में काफी लोकप्रिय हुए। उन्होंने ‘जीवन कब तक’ और ‘कृष्णा अभी जीवित है’ नामक दो पुस्तकों की रचना करके यह साबित कर दिया कि हिंदी देश ही नहीं अपितु विश्व की सर्वाधिक लोकप्रिय भाषा का स्वरूप है। ज्ञातव्य हो कि डां त्रिपाठी जी की कई पुस्तकें प्रकाशनाधीन है, इससे यह प्रतीत होता है कि हिंदी साहित्य में उनकी गहरी पैठ हैं। उनके इसी योगदान को ध्यान में रखकर अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में हिंदी के लिए काम करने वाली संस्था ‘विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान’ प्रयागराज ने अपने रजत जयंती समारोह में हिंदी सेवी सम्मान से समलंकृत करने का निर्णय लिया और उसे शनिवार को रजत जयंती समारोह में क्रियान्वित किया है। डॉ त्रिपाठी को समारोह मुख्य अतिथि हिंदुस्तानी एकेडमी के अध्यक्ष दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री डॉ उदय प्रताप सिंह, छत्तीसगढ़ के प्रख्यात हिंदी विद्वान डॉ विनय कुमार पाठक, महाराष्ट्र के जाने-माने शिक्षाविद एवं हिंदी के पुरोधा शहाबुद्दीन शेख, राष्ट्रपति और राज्यपाल द्वारा पुरस्कृत सेवानिवृत्त शिक्षक एवं साहित्यकार ओम प्रकाश त्रिपाठी तथा संस्थान के सचिव डॉ गोकुलेश्वर कुमार द्विवेदी द्वारा रजत जयंती समारोह पर गांधी सभागार में लगभग 14 प्रांतों के हिंदी श्रेवियों की उपस्थिति में रजत स्मृति चिन्ह, सम्मान पत्र और पुस्तकें भेंट कर तथा अंगवस्त्रम ओढां कर सम्मानित किया गया। विजय कृष्ण त्रिपाठी को विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान द्वारा सम्मानित किए जाने से हर्षित वरिष्ठ पत्रकार मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी ने शिक्षक दिवस पर शिक्षाविद एवं हिंदी साहित्य के लिए उल्लेखनीय कार्य कर रहे श्री त्रिपाठी जी को बहुत-बहुत बधाई दी।

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