बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)- तीन स्टाफनर्सों को पांच दिनों में ही कर गया कार्यमुक्तबभनी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बभनी बभनी की चिकित्सा व्यवस्था वर्षों से लचर होने के कारण लोगों को उपचार के लिए दर-दर भटकना पड़ता है यहां पर्याप्त मात्रा में चिकित्साकर्मी उपलब्ध न होने के कारण बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है तीन स्टाफ नर्सों की तैनाती की गई थी जो पांच दिन के
अंदर ही मुख्य चिकित्साधिकारी के द्वारा कार्यमुक्त करा दिया गया और पहले से कार्यरत संविदाकर्मी स्टाफ नर्स का सड़क दुर्घटना में एक हांथ फ्रैक्चर हो चुका है बाकी तीन कार्यभार ग्रहण करने के पांच दिन के बाद ही तुरंत कार्यमुक्त करा दिया गया। हफ्ते भर से ड्यूटी कर रहे चिकित्सकों के पास रेफर के अतिरिक्त कोई विकल्प ही नहीं होता साधारण प्रसव दाईयों के सहारे करा दिया जाता है और साथ में महिला चिकित्सकों के प्रसव कराने के साथ बाकी मरीज निजी चिकित्सालयों में जाने को मजबूर हैं। जब सपा नेत्री रुखशाना खानम ने बताया कि मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नेमसिंह के द्वारा आश्वासन दिया गया था लेकिन अबतक स्टाफ नर्स को कार्यमुक्त कर दिया गया हमारे गरीब आदिवासी क्षेत्र में स्टाफ नर्सों के न होने के वजह से लोगों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती हैं।स्वास्थ्य अधीक्षक डॉ.गिरिधारी लाल ने बताया कि स्टाफनर्सों के न होने से काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी के निर्देश पर सभी को कार्यमुक्त कर दिया गया। सपा नेत्री ने जिलाधिकारी से बभनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तत्काल स्टाफनर्सों के तैनाती किए जाने की मांग की है।