सीट हुई अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित परंतु गांव में कोई भी नहीं है अनुसूचित जाति का निवासी

गुरमा-सोनभद्र(मोहन गुप्ता)- चोपन विकासखंड के ग्राम पंचायत कन्हौरा में कोई भी अनुसूचित जाति का व्यक्ति गांव में निवास नहीं करता परंतु उस गांव को

अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिया गया है बताते चलें कि आरक्षण सूची 2011 के जनगडना आधार पर बनाई गई है उस समय उस गांव में 6 लोग अनुसूचित जाति के निवास करते थे परंतु 2012 में ही यह लोग गांव छोड़कर अन्यत्र चले गए बावजूद इसके निर्वाचन आयोग ने 2011 की सूची के आधार पर ही आरक्षण तय कर दिया ग्राम प्रधान हेमलता वह

ग्रामीणों ने जिलाधिकारी महोदय के पास आपत्ति करते हुए जांच की मांग की है बताते चलें कि 2015 के चुनाव में गांव का एक वार्ड अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया था परंतु गांव में अनुसूचित जाति का कोई भी व्यक्ति न रहने की वजह से ग्राम सदस्य का एक पद आज भी रिक्त चल रहा है ग्रामीण व ग्राम प्रधान द्वारा गांव की सक्षम अधिकारी से जांच कराते हुए ग्राम पंचायत का आरक्षण बदलने की माग कि है ताकि ग्राम पंचायत में पंचायत चुनाव हो सके।

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