जन औषधि ने दिखाई स्वस्थ भारत की राहः अपर्णा कपूरिया

– साईं इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग एंड फार्मेसी के छात्र-छात्राओं को दी जन औषधि परियोजना के जरिए किए जा रहे पीएम मोदी के प्रयासों की जानकारी

– क्विज कांटेस्ट का भी आयोजन, विजेताओं को पुरस्कार दिए जाने के साथ ही छात्राओं में मुफ्त वितरित किए गए दो हजार सैनेटरी पैड

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- नर्सिंग और फार्मेसी के छात्र-छात्राओं ने बुधवार को न सिर्फ प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना को गहराई से जाना, बल्कि इसके जरिए स्वस्थ भारत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किए जा रहे प्रयासों से भी अवगत हुए। महिला हाईजीन के साथ ही नर्सिंग और फार्मेसी के क्षेत्र में आ रहे नए अवसरों को भी जाना। मौका था, साईं इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग एंड फार्मेसी में आयोजित जन औषधि परिचर्चा एवं क्विज कांटेस्ट का। उनसे

मुखातिब थीं तरनि फाउंडेशन फार लाइफ की प्रेसिडेंट अपर्णा कपूरिया। जन औषधि मित्र और महिला हाईजीन पर अपने अभियान के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित कर चुकी अपर्णा ने इनसे जुड़ी छात्र-छात्राओं की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया। कहा, जन औषधि परियोजना ने स्वस्थ भारत की राह दिखाई है। जरूरी दवाओं तक उन तमाम लोगों की पहुंच हो पाई, जो आर्थिक कारणों से अपना दवा-इलाज नहीं करा पाते थे। इसी सोच के साथ तीन साल पहले प्रधानमंत्री मोदी ने समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जन औषधि परियोजना को विस्तार दिया। आम जन का दवाओं का खर्च कम से कम करने में जन औषधि ने बड़ी भूमिका निभाई। साथ ही, देश भर में फार्मेसी के हजारों छात्र-छात्राओं को सुरक्षित भविष्य भी दिया। जेनरिक दवाओं के प्रति जनता का विश्वास जगाने में चिकित्सकों का भी बड़ा योगदान है। जन-जन तक सस्ती दवाएं पहुंचे और स्वस्थ भारत का मार्ग प्रशस्त हो, इसके लिए सभी को पीएम मोदी के नेतृत्व में एक परिवार के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है।मुख्य अतिथि डाॅ बी सिंह ने कहा कि जन औषधि परियोजना पीएम मोदी की बेहतरीन पहल है। आम जन स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है कि लोगों को सस्ता और बेहतर उपचार सुनिश्चित हो और इसके लिए पीएम मोदी की ओर से किए जा रहे प्रयासों में चिकित्सा जगत से जुड़े लोगों की सहभागिता जरूरी है। इस मौके पर जन औषधि पर आधारित क्विज कांटेस्ट हुआ। इसमें सोनालिका श्रीवास्तव को प्रथम, शिफा को द्वितीय और सूर्यकांत चैबे को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अलावा, 11 प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। तरनि फाउंडेशन की ओर से इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर डाॅ अनुपमा सिंह, मुख्यअतिथि डा बी सिंह और प्राचार्य निखिलेश सिंह को जन औषधि मित्र सम्मान से नवाजा गया। अध्यक्षता वाराणसी के वरिष्ठ समाजसेवी श्रीराम कुमार कपूरिया ने की। संचालन फाउंडेशन के संस्थापक सदस्य शार्दुल कपूरिया ने किया। आयोजन में जन औषधि केंद्र के फार्मेसिस्ट मिथिलेश राय, प्रतीक मिश्र और राजेश गौतम ने भी सहयोग किया।

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