अविरल गंगा, निर्मल गंगा- मीडिया की भूमिका पर चिंतन समागम सम्पन्न
सोंनभद्र-प्रयागराज(सर्वेश श्रीवास्तव)- समाज में साफ-सुथरे ज्ञान के प्रवाह के बिना गंगा के निर्मल अविरल स्वरूप की कल्पना नहीं की जा सकती यह बातें नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय के अन्नपूर्णा मार्ग सेक्टर चार स्थित माघ मेला कैंप में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित निर्मल गंगा अविरल गंगा मीडिया की भूमिका विषय पर आयोजित चिंतन समागम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल वरिष्ठ पत्रकार विनय मिश्र ने कहीं उन्होंने कहा कि हमारे ज्ञान के प्रवाह में अनेक प्रदूषण फैल चुके है
उसे नियंत्रित करना होगा तभी गंगा संरक्षण से जुड़ी कोई योजना सकारात्मक विकास को प्राप्त कर सकेगी। इस दिशा में मीडिया को भी अपनी भूमिका तय करनी चाहिए। कार्यक्रम में कुलपति प्रोफेसर राम मोहन पाठक ने चिंतन समागम के विषय परिप्रेक्ष्य में कहा कि निर्मल गंगा अविरल गंगा का संकल्प मीडिया के कॉन्सेप्ट रिमाइंडर के रूप में कार्य करने से पूर्ण होगा। इससे समाज में रहने वाले लोग गंगा के स्वच्छ और सुंदर बने रहने में अपनी सक्रिय भूमिका निभा सकेगें इसके लिए मनुष्य के मन में बहने वाली गंगा को हमें पहले स्वच्छ करना होगा ताकि जन जागरूकता का एक ऐसा अभियान शुरू हो सके कि स्वयं समाज गंगा के संरक्षण की दिशा में कार्य करे। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल वरिष्ठ पत्रकार रमाशंकर श्रीवास्तव ने कहा कि गंगा की निर्मलता उसके निरंतर प्रवाह से ही बनी रहेगी इस दिशा में सभी को गंभीरता से विचार करना चाहिए गंगा की धारा बीच में चलती है वैसे ही मीडिया की धारा भी निष्पक्ष होनी चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मीडिया फोरम आफ़ इंडिया के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी ने कहा कि लेखनी का निष्पक्ष प्रयोग करके हम गंगा को संरक्षित, निर्मल और अविरल बनाने में सहयोग कर सकते हैं। इस चिंतन समागम में विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार जनभावना के उत्तर प्रदेश प्रमुख राकेश शरण मिश्र ने कहा कि मोक्षदायिनी माँ गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए हम पत्रकारो को अपनी लेखनी के माध्यम से प्रयास करना होगा। वही बतौर अति विशिष्ट अतिथि ओम प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि सनातन धर्म मे गंगा को माँ का स्थान दिया गया है इसके बावजूद हम आज तक गंगा को निर्मल नही कर सके हैं जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके लिए पत्रकार साथियो को अपनी लेखनी के द्वारा क्रन्तिकारी भूमिका का निर्वहन करना पड़ेगा। धन्यवाद ज्ञापन प्रतिभा शर्मा एवं कार्यक्रम का संचालन डॉ अभिषेक मिश्र ने किया। कार्यक्रम में पंकज यादव, शैव्य कुमार पांडे, एस०के० यादव, संगम लाल मिश्र, रवि मिश्रा, मोनू गुप्ता,अधिवक्ता विकास चन्द्र मिश्र, अविनाश मिश्र, उत्कर्ष द्विवेदी,विनय कुमार सिंह,जय सिंह सहित विभाग के समस्त छात्र छात्राएं मौजूद रहे । समागम के दौरान सभी ने संकल्प लिया कि गंगा को अविरल और निर्मल बनाने में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति ने यह घोषणा कि कि अगले सत्र से ग्रामीण पत्रकारिता का एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम आरंभ किया जाएगा।