कवि राकेश शरण को मिला सोन रत्न सम्मान

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- हिंदी साहित्य के क्षेत्र में निरंतर अपनी रचना धर्मिता के माध्यम से लोकप्रियता हासिल कर सोनांचल का मान बढ़ाने वाले कवि व साहित्यकार तथा सोन साहित्य संगम के संयोजक राकेश शरण मिश्र को गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय पर्व पर सोन रत्न की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।
कवि राकेश शरण मिश्र को उनकी रचना धर्मिता के लिए मीडिया फोरम आफ इंडिया न्यास की ओर सेसोन रत्न अलंकरण से सम्मानित किए जाने पर साहित्य एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करने वाले प्रबुद्ध जनों ने प्रसन्नता व्यक्त की है। श्री मिश्र की साहित्यिक यात्रा यूं तो उनके छात्र जीवन से ही शुरू हुई किंतु वह देश काल और समाज के प्रति तब जाकर पूर्णता को प्राप्त कर सके जब उन्होंने सोनांचल के कुछ सम्मानित साहित्यकारों की प्रेरणा से सोन साहित्य संगम नामक साहित्यिक संस्था का गठन कर उस के माध्यम से जनपद एवं आसपास के अन्य जनपदों में कविता व लेखन में अभिरुचि रखने वाले तमाम रचनाकारों को संस्था से जोड़कर उन्हें मंच प्रदान कर ने और रचना धर्मिता के प्रति उनकी आस्था निष्ठा को प्रगाढ़ बनाने का कार्य किया। श्री मिश्र के साहित्य के प्रति निरंतर बढ़ती प्रगाढ़ता को ध्यान में रखकर ही पिछले दिनों स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर युवक मंगल दल द्वारा साहित्य के क्षेत्र में उन्हें सोन रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया था इतना ही नहीं इसके पूर्व भी कई संस्थाओं व स्वयंसेवी संगठनों की ओर से उनकी साहित्यिक अभिरुचि व सामाजिक संचेतना के लिए सम्मानित किया जा चुका है। मीडिया फोरम आफ इंडिया न्यास ने भी कवि राकेश शरण मिश्र को उनकी साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय पर्व पर साहित्य गौरव की मानद उपाधि देकर सम्मानित किया। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी, इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय पार्षद राजेश द्विवेदी, प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर जे एन तिवारी, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त सेवानिवृत्त शिक्षक व साहित्यकार ओम प्रकाश त्रिपाठी, वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार डॉ परमेश्वर दयाल पुष्कर, अधिवक्ता राम अनुज धर द्विवेदी, शिक्षक व साहित्यकार सरोज कुमार सिंह, कवि दिवाकर द्विवेदी मेघ विजयगढी, गजल कार शिवनारायण शिव, विंध्य संस्कृत शोध समिति के निदेशक दीपक कुमार केसरवानी समेत दर्जनों बुद्धिजीवी मौजूद रहे।

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