सँयुक्त अधिवक्ता महासंघ से जुड़े प्रदेश के अधिवक्ताओ ने किया पूर्ण कार्य बहिष्कार,सौपा ज्ञापन–राकेश शरण मिश्र

एटा में पुलिस द्वारा अधिवक्ता के साथ किये गए मार पीट में दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध उच्चस्तरीय जाँच कर कठोर कारवाई की मांग।

सोनभद्र- एटा में अधिवक्ता साथी के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा किये गए अमानवीय ब्यवहार से खफा प्रदेश भर के अधिवक्ता कल 26 दिसंबर को घटना के विरोध में न्यायालयी कार्यो से पूर्ण रूपेण विरत रहकर उच्चाधिकारियों को घटना के बाबत ज्ञापन देकर दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग की। सँयुक्त अधिवक्ता महासंघ के

प्रदेश अध्यक्ष एवम प्रदेश प्रभारी राकेश शरण मिश्र ने भी अधिवक्ता साथियो के साथ सोनभद्र के जिलाधिकारी को इस संबंध में लिखित ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश जनपद एटा की पुलिस द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता साथी राजेन्द्र शर्मा के साथ जो अभद्र एवम अमानवीय ब्यवहार किया गया है वो अत्यंय निंदनीय है और सँयुक्त अधिवक्ता महासंघ इस घटना की कड़ी आलोचना करता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार सैकड़ो की संख्या में पुलिस बल उच्चाधिकारियों के नेतृत्व में अधिवक्ता साथी के घर का दरवाजा तोड़कर उनका कालर पकड़ कर मारते पीटते व अपशब्दों के प्रयोग करते हुए दिन दहाड़े सड़क पर घसीटते हुए ले जा रही थी वो अधिवक्ता समाज के लिए बहुत शर्मनाक घटना है। ऐसा लग रहा था जैसे पुलिस किसी अधिवक्ता को नही बल्कि किसी बहुत बड़े क्रिमिनल आतंकवादी को पकड़कर ले जा रहा हो। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की बेलगाम पुलिस द्वारा मानवता की सारी हदो को पार कर एटा के अधिवक्ता साथी व उनके परिवार के महिला सदस्यों के साथ जो दिल दहलाने वाली घटना को कारित किया गया है वह बेहद अफसोस जनक और अक्षम्य है। प्रदेश ही नही हिंदुस्तान भर के अधिवक्ताओं में इस घटना को लेकर जबरदस्त आक्रोश है। सँयुक्त अधिवक्ता महासंघ योगी सरकार से तत्काल सम्पूर्ण मामले को संज्ञान में लेकर घटना में शामिल सभी पुलिसकर्मियों के तुरंत निलंबन एवम इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कर दोषी पुलिस अधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कठोरतम कारवाई की मांग करता है।

Translate »