राष्ट्रपति पुरस्कार से पुरस्कृत सेवानिवृत प्रधानाचार्य नहीं रहे डॉक्टर विजेंदर सिंह

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- आदिवासी इण्टर कालेज सिलथम के राष्ट्रपति पुरस्कार से पुरस्कृत सेवानिवृत प्रधानाचार्य डॉक्टर विजेंदर सिंह का उनके आवास पर सोमवार की रात निधन हो गया। वे लंबे समय से मधुमेह से बीमार चल रहे थे इस समाचार के सुनते ही शिक्षा जगत में शोक की लहर दौड़ गई। शोकसभा कर विद्यालय दिनभर के लिए बंद कर दिए गए। सोनसाहित्य संगम के निदेशक वरिष्ठ पत्रकार मिथिलेश द्विवेदी की अध्यक्षता में शोक व्यक्त किया गया। श्री द्विवेदी ने कहा कि शिक्षणेत्तर गतिविधियों में उनकी सक्रियता प्रेरणादायी थी। संयोजक राकेश शरण मिश्र एडवोकेट ने कहा वे एक जाने माने शिक्षाविद थे। साहित्यकार ओमप्रकाश त्रिपाठी ने कहा डॉक्टर विजेंदर एक अनुशासित प्रिंसिपल थे साथ ही स्काउट के विभिन्न पदों पर रहते हुए उल्लेखनीय कार्य किए। पत्रकार शिक्षक भोलानाथ मिश्र ने कहा कि वे बड़े नेक दिल इंसान थे। सभी को आदर सम्मान देने में आगे रहते थे। जनता इण्टर कालेज परासी पाण्डेय के प्रबंधक सुशील चौबे एडवोकेट की अध्यक्षता में कालेज में शोक सभा हुई । दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धाजंलि दी गई। इस मौके पर प्रिंसिपल कृष्ण कुमार सिंह, अहमद हुसैन सिद्दीकी, रामाधार सरोज, दिनेश
कुमार सिंह, चन्द्र मोहन द्विवेदी, मनोज द्विवेदी, ओमप्रकाश सिंह,राजेश्वर देव पाण्डेय, विजय शंकर पाठक , विंध्यवासिनी चतुर्वेदी , नीलिमा पाण्डेय , अर्निका मिश्रा , श्यामलाल यादव , अरविंद देव पाण्डेय , राधेश्याम पाठक , पवनकुमार मिश्र और दीनदयाल आदि श्रद्धाजंलि अर्पित किए ।

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