बंटने लगे स्वेटर, एनजीओ के द्वारा अबतक नहीं बांटे जा सके ड्रेस

बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)

बभनी। विकास खंड के विद्यालयों के समस्त विद्यालयों में युनिफॉर्म वितरण किया जाना था जिसमें कुछ विद्यालयों में निजी फर्मों के द्वारा बांटा जाना था कुछ युनिफॉर्म एनजीओ के द्वारा बांटा जाना था जिसमें निजी फर्मों के द्वारा अगस्त सितंबर माह तक बांट दिया गया और एनजीओ अबतक युनिफॉर्म वितरण नहीं कर सका। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का काम गांवों में छोटे-छोटे रोजगार उपलब्ध कराना है आजीविका मिशन की समूह सखियों को कपड़ा सिलने को दे दिया गया था परंतु ग्रामीण अंचलों में कड़ाके की ठंड बढ़ चुकी है बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा स्वेटर भी वितरित किए जा रहे हैं लेकिन एनजीओ अबतक आधे विद्यालयों में भी नहीं बाट सका। जब इस संबंध में खंड मिशन प्रबंधक महेश कुमार से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि हमारे यहां कुल 33800 ड्रेस बांटा जाना था जिसमें 19418 प्राप्त हुआ और 14382 अवशेष है जो प्राप्त नहीं हो सका अब तक ड्रेस बंट चुका होता लेकिन पुरा कपड़ा न आने के कारण नहीं सिला पाया। जब इस संबंध में एडीओ आईएसबी विजयभान से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि हमारे पास जितना कपड़ा उपलब्ध हो सका था उतना वितरण किया जा रहा है कुछ कपड़े अभी नहीं मिले हैं इसलिए नहीं बंट पाया है।

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