शाहगंज-सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- डॉ राजेन्द्र प्रसाद की जयंती अधिवक्ता दिवस के रूप में मनायी गयी।स्थानीय तहसील परिसर में तहसील अधिवक्ता समिति घोरावल के सभागार में गुरुवार को एक सभा के माध्यम से देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद के संदेशों को व्यक्त किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ राजेन्द्र प्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर की गयी सभा की अध्यक्षता अधिवक्ता रामकिंकरपाठक ने किया। अभिव्यक्ति के क्रम में अधिवक्ता आदिनाथ मिश्रा ने अधिवक्ताओं को उनके कर्तव्यों व अधिकारों का बोध कराया। एनामुल हक अंसारी ने राजेन्द्र प्रसाद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इनका जीवन समाज को पूर्ण रूप से समर्पित रहा।दो कार्यकाल तक देश के राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने निर्भीकता के साथ देश का नेतृत्व किया।अधिवक्ता रामायण सिंह ने उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब वे छात्र जीवन मे थे तो परीक्षा की कॉपी जांचते हुए अध्यापक ने लिखा छात्र अध्यापक से बेहतर है। उन्होंने अपने इसी प्रखरता को पूरे जीवन में बनाये रखा।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राम किंकर पाठक ने सभी अधिवक्ताओं को डॉ राजेन्द्र प्रसाद के अधिवक्ता स्वरूप को विस्तार पूर्वक बताया। फरियादियों को हर हाल में न्याय मिले इसके लिए अधिवक्ताओं को मिलकर प्रयास करना चाहिए। किसी शोषण के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए वरिष्ठ अधिवक्ता राम अनुज धर द्विवेदी ने कहा कि देश के प्रथम राष्ट्रपति महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी,भारत रत्न व सादा जीवन उच्च विचार के सिद्धांत को अपनाने वाले कर्त्तव्य निष्ठ डा0 राजेंद्र प्रसाद आज भी आदर्श स्वरूप हैं इनका जन्म 3 दिसंबर सन 1884 को हुआ इनके जन्मदिवस को देश में अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाया जाता है इस अवसर पर न्यायपालिका के आधार स्तम्भ देश के समस्त अधिवक्ताओं को अधिवक्ता दिवस सभी के लिए गौरवान्वित करने वाला अवसर है। मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता आदिनाथ मिश्रा,राम अनुज धर द्विवेदी,संतोष पाठक,रामायण सिंह को माल्यापर्ण व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ उपाध्यक्ष अधिवक्ता राजेन्द्र पाठक ने किया। इस अवसर पर अधिवक्ता श्रीप्रकाश सिंह, सचिदानन्द चौबे,ज्योति गुप्ता,संतोष मिश्रा,दिनेश दुबे,संतोष तिवारी,अरुणतिवारी,श्यामधर दुबे,राम नरेश विश्वकर्मा,अखिलेश पाठक आदि मौजूद रहे।