ओवर लोड़ वाहनों के तीसरे दिन भी ठहरे चक्के, लगी लम्बी कतारे

– खनन विभाग की दोहरी नीतियों के शिकार हो रहे वाहन स्वामी- अण्डर लोड ओवर लोड वाहनों के खेल में अधिकारी मस्त वाहन स्वामी त्रस्तगुरमा-सोनभद्र(मोहन गुप्ता)- खनिज विभाग की दोहरी नीतियों के कारण आज तीसरे दिन भी भारी ओवर लोड वाहनों के सलखन, पटवध से लेकरमारकुंडी घाटी तक लम्बी कतारें लगी है। बताते चलें कि वर्षों से खनन विभाग की मिलीभगत के कारण शासन के तमाम प्रयासों के बावजूद भी ओवर लोड वाहनों पर अंकुश नहीं लग पाया। जिससे आज तक अण्डर लोड ओवर वाहनों के खेल में अधिकारी तो मस्त है लेकिन वाहन स्वामियों के ओवर लोड वाहनों के जांच के नाम पर जबरदस्त शोषण उत्पीड़न किया जा रहा है। रात के अंधेरे में खनन विभाग के बैरियर इंचार्ज द्वारा पैसे लेकर बिना परमिट और ओवर लोड़ वाहनों को कुछ व्यक्ति विशेष लोगों की गाड़ियां पार कराई जाती है इस सम्बन्ध में वाहन स्वामियों ने खनन विभाग के दोहरी नीतियों के सम्बन्ध में शासनप्रशासन को अवगत करा कर राजस्व की क्षति के सम्बन्ध में भी जानकारी दी थी। जिससे खनन विभाग हरकत में आते हुए 1 नवम्बर रात 12 बजे से ही खनन विभाग के सर्वेयर सन्तोष कुमार पाल, लक्ष्मी व माइंस इंस्पेक्टर समेत अन्य विभागीय अधिकारियों ने ओवर लोड वाहनों के जांच में टोल प्लाजा पर ही डेरा डाल दिया है। जिससे आज तीसरे दिन भी ओवर लोड वाहनों की पटवध, सलखन से लेकर मारकुंडी घाटी तक ओवर लोड वाहनों की कतारें लगी है। इस सम्बन्ध में वाहन स्वामियों ने शासन प्रशासन से क्रेशर प्लांटों और बालू खदानों पर ही मानक के अनुसार देने की मांग की है। इस सम्बंध में वाहन स्वामियों ने बताया कि दुद्धी में चल रही बालू की खदानो से ही ओवर लोड़ का टोकन दिया जाता है। जिससे वाहन स्वामी ओवर लोड़ लेना मजबूरी बन जाती है। अगर मानक से अधिक खनिज सम्पदा वाहनों पर देते हैं तो वाहनों समेत क्रेशर मालिकों और बालू खदानों के मालिकों पर भी विधिक कार्यवाही हो ऐसा न हो की सिर्फ वाहनों की चालान किया जाये।

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