शाहगंज-सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- कस्बे में हनुमान मंदिर तिराहे पर ‘भारत रत्न’ लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 145वीं जयंती सादगी के साथ मनाई गई। कोरोना महामारी के बीच उक्त अवसर पर
हनुमान मंदिर तिराहे पर स्थापित सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण जिला पंचायत अध्यक्ष अमरेश पटेल के द्वारा किया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष ने उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल की आज (31अक्टूबर) को 145वीं जयंती है। आज पूरा देश इस दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मना रहा है। गुजरात
के नाडियाड में 31 अक्टूबर साल 1875 को जन्मे वल्लभभाई पटेल को लौह पुरुष भी कहा जाता है। सरदार पटेल को भारत की आजादी के बाद टुकड़ों में बंटी 565 रियासतों का विलय कराने का श्रेय जाता है। पेशे से अधिवक्ता वल्लभभाई पटेल भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में वल्लभभाई पटेल ने अहम भूमिका निभाई है।वल्लभभाई पटेल ने बैरिस्टर की पढ़ाई लंदन से की थी तथा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित होकर उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भाग भी लिया था। उक्त अवसर पर ओडहथा ग्राम प्रधान भोला सिंह पटेल, विधायक प्रतिनिधि सुरेन्द्र मौर्य, आनंद पटेल, कृष्णा पटेल उर्फ छोटू, सुरेंद्र पटेल, श्याम सुंदर पटेल सहित अन्य लोग मौजूद रहे।