बीटीसी, बीएड व डीएलएड कालेज प्रबंधकों का विरोध प्रदर्शन

० शुल्क प्रतिपूर्ति के नाम पर शिक्षकों व भवन की जांच का किया विरोध

० विरोध में बीटीसी, डीएलएड व बीएड महाविद्यालय बंद करने का लिया निर्णय

शाहगंज-सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)– प्रदेश सरकार की तरफ से निजी बीटीसी, बीएड व डीएलएड महाविद्यालयों में शुल्क प्रतिपूर्ति, छात्रवृत्ति के साथ ही भवन जमीन, शिक्षकों की योग्यता आदि का सत्यापन कराए जाने के स्ववित्तपोषित महाविद्यालय के विरोध के समर्थन में जिले के बीटीसी, बीएड व डीएलएड कालेज के प्रबंधकों ने समर्थन किया। उन्होंने जिला मुख्यालय

स्थित विन्ध्य कन्या पीजी कालेज गेट पर प्रदर्शन कर सरकार की जांच का विरोध किया। वहीं शुक्रवार को उन्होंने बीटीसी, बीएड व डीएलड महाविद्यालय बंद करने का भी निर्णय लिया। इस दौरान स्ववित्तपोषित महाविद्यालय संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. अजय सिंह ने
कहा कि संघ शुल्क प्रतिपूर्ति और छात्रवृत्ति की जांच का समर्थन करता है, लेकिन उसके नाम पर बेवजह की जा रही अन्य जांच नहीं होनी चाहिए। उन्होंने
कहा कि शुल्क प्रतिपूर्ति और छात्रवृत्ति के नाम पर भवन, जमीन, शिक्षकों की योग्यता की जांच करने का आदेश जारी किया जा रहा है, जो नियम विरुद्ध
है। उन्होंने कहा कि डीएलएड व बीएड में प्रवेश भी राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा के आधार पर होता है। कालेज का इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं होता है, बावजूद इसके छात्रवृत्ति के आधार पर निजी कालेजों की जांच क्यों की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार संस्थानों को सम्बद्धता देते समय भूमि, भवन आदि की विधिवत परीक्षण कराती है। जिला प्रशासन द्वारा बीटीसी, बीएड व डीएलड में जांच आख्या दी जाती है तो पुन: जांच का क्या औचित्य है।उन्होंने कहा कि जिले के निजी बीएड, बीटीसी व डीएलएड कालेज अन्य जनपदों में चल रही जांच को लेकर हो रहे विरोध का समर्थन करता है और मांग करता है कि शुल्क प्रतिपूर्ति और छात्रवृत्ति के नाम पर हो रही अन्य जांचों को बंद किया जाए। इस मौके पर प्रबंधक डॉ. प्रसन्न सिंह पटेल, डॉ. सुधीर मिश्र, डॉ. रोहित नंदन पाण्डेय, सुरेश सिंह, गणेश राम, प्रबल कुमार यादव, चन्द्र प्रकाश, ओम प्रकाश तिवारी, वैभव खरे, अंजलि विक्रम सिंह, मनोरमा मिश्रा आदि मौजूद रहे।

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