गुरमा सोनभद्र(मोहन गुप्ता) : गुरमा से मारकुंडी तक राज मार्ग की दूरी लगभग 5 किमी है। पूर्व सीमेंट फैक्ट्री के समय में निर्मित इस सड़क और उसकी पटरियों की मरम्मत एक बार भी सही तरीके से नहीं हुई। जिला कारागार खुलने के बाद जेल अधीक्षक की पहल पर एक वर्ष पूर्व जिला कारागार से मारकुंडी मुख्य मार्ग तक सार्वजनिक निर्माण विभाग के ठेकेदार द्वारा सड़क पर सिर्फ पेंटिंग का कार्य किया गया था और सड़क के दोनों तरफ की गड्डो में तब्दील पटरियों को छोड़ दिया गया था जो पहली ही बरसात में जगह-जगह गड्ढों में तब्दील हो गई साथ ही दोनों तरफकी पटरियां इस बरसात में और अधिक जानलेवा हो गईं हैं।रात के अंधेरे में पैदल तथा दुपहिया वाहन चालक आए दिन इन गड्ढों में गिर कर घायल होते रहते हैं जब कि इसी सड़क से जिला कारागार के निरीक्षण हेतु जिलाधिकारी,आला अधिकारियों,सांसद और विधायकों का भी आवागमन होता रहता है यही नहीं इसी सड़क से पुलिस,पीएसी,सीआरपीएफ के जवान और जनता जनपद के दुरूह और नक्सली क्षेत्रों में भी जाते हैं। इस सड़क के साथ दोनों तरफ की खतरनाक पटरियों के बारे में जानकारी होने के पश्चात भी इनकी निगाहें इधर इनायत नहीं हुईं। उक्त सम्बन्ध में गुरमा के नगरवासियों ने जिलाधिकारी से सड़क मरम्मत के साथ पटरियों की भी मरम्मत कराने की मांग की है जिससे आम लोगों को राहत और दुर्घटनाओं से निजात मिल सके।