बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)24 घंटे निर्जल व्रत के पश्चात पूजन-अर्चन कर पति के लिए की मंगल कामना।बभनी। हमारे देश की पुरानी परंपराओं के अनुसार सभी सुहागिन महिलाएं तीज का व्रत रखती हैं जिसमें24 घंटे तक निर्जल व्रत रखते हुए अपने पति के सलामती के लिए मंगल कामना करती हैं 24 घंटे उपवास के पश्चात पति के हांथ से जल ग्रहण कर उनका पांव छूकर अपने पति का आशीर्वाद करती हैं मान्यता है कि सभी सभी सुहागिन महिलाएं वर्ष में एक बार तीज का निर्जल व्रत एक कठोर तपस्या काप्रतीक होता है जिससे नि:सर्वार्थ भाव से यह तप करते हुए सोलह श्रृंगार कर अपने पति को प्रसन्न कर उनके दीर्घायु होने की मंगल कामना करती हैं इसी क्रम में बभनी क्षेत्र के समस्त जगहों पर हजारों की संख्या में महिलाओं ने तीज का व्रत रखा और अपने नजदीकी देवालयों में जाकर पूजन-अर्चन किया और रात-भर जगकर भजन-कीर्तन किया और अपने पतियों के हाथ से जल ग्रहण कर अपने व्रत का पारन किया।