—— देख तेरे इंसान की हालत क्या हो गई भगवान

सोनभद्र- न जाने कितने सपने ढह गए। अवसर आने की प्रतीक्षा करते-करते जुलाई 2020 का सोमवार निकल गया यह पहला सावन है जो डरा रहा है । जिले के हृदयस्थल रॉबर्ट्सगंज को प्रतिदिन देखने जाने वाले रह-रह कर हाँथ मल रहे है । किसी का शीतला माई के दर्शन करने जाना छूटा तो कोई चौरसिया के पान के लिए तरश रहा है । किसी की दवाई । किसी की पढ़ाई । किसी की गेहूँ की पिसाई । किसी की सरसों की पेराई रुक गई तो अकाशवृति से जीवन जीने वाले
अपनी किश्मत ठोंक रहे है । कोरोना वायरस है कि थमने कोकौन कहे बढ़ने के सिवाय लगता है इसे कुछ आता ही नही।*छोड़िए गिनना*
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कल तक कोरोना पॉजिटिव की संख्या गिनी जा रही थी । अब हालात देखकर लोग चुप्पी ओढ़ लिए है । कोई किसी से नम्बर नही पूछ रहा है । अब पढ़े लिखे
लोग कोरोना आया तो कौन कौन सी दवा खरीद कर घर मे रख ली जाय इसको लेकर गूगल खँगाल
रहे हैं । वजह बताने की जरूरत नही है क्योंकि हमारी अधनियम कभी भी इमरजेंसी की भांति किसी भी नागरिक को वहाँ भेज सकता है जहाँ कोई भलामानुष
कभी जाना नही चाहता । लोग अब पैनिक हो रहे है । बढ़ते हुए कोरोना मरीजों के ग्राफ से हिम्मत
छूटती जा रही है । न जाने कब कहाँ किस हाल में किस स्थान पर कैसे संक्रमण हो जाय । एहतियात की भी अपनी मर्यादा है। हाँथ धोते रहने की भी एक
सीमा है । मास्क लगाए रखने का भी वक़्त है । सेनेटाइजर से किस किस स्थान को सेनेटाइज करते
रहने के बावजूद कब चूक हो जाय कौन गणित लगाता रहे । अब ग्रीन जोन गुजरे जमाने की बात हो चुकी है अब तो प्रदेश के 25 संवेदनशील जिलों की फेहरिस्त में सोनभद्र जगह बना लिया है ।
डीएम का आदेश
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कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर जिलामजिस्ट्रेट ने रविवार को सघन बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए । नगरपालिका परिषद रॉबर्ट्सगंज , नगरपँचायत
घोरावल , रेणुकूट , पिपरी , ओबरा , चुर्क व दुद्धि को 24 जुलाई तक पूर्ण रूप से बंद रखने का फरमान जारी कर दिया है । कंटेन्मेंट एरिया में दूध , चिन्हित किराना , दवा , सब्जी की स्वीकृत दुकानों से ही होम डिलीवरी की व्यवस्था रहेगी । नगर के भीतर सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध
लगा दिया गया है । राष्ट्रीय और राज्य मार्गो पर वाहनों का आवागमन जारी रहेगा ।
आपात सेवा बंद
लोढ़ी स्थित जिला और सँयुक्त अस्पताल में आपातकालीन सेवा बंद कर दी गई है । मरीजों को
डिस्चार्ज कर दिया गया है । इसे 400 बिस्तरों का कोविड हॉस्पिटल-2 बना दिया गया है ।अब कोरोना पॉज़िटिव रोगियों का ही इस अस्पताल में उपचार होगा इनसेट
देख तेरे इंसान की हालत क्या
हो गई भगवान । पैसा है । गाड़ी है । परिजन है । ब्लडप्रेशर है ।सुगर है । लेकिन न कोई डॉक्टर
मिलने वाला है न ही किसी के यहाँ जा ही सकते है । मनचाही तरकारी भांजी , मिठाई , चाट ,
जलेबी , आइसक्रीम , फ़िल्म ,चाय आदि के जायके की याद आ रही है । जेब में पैसा भी है ।खर्च करने की इच्छा भी है लेकिन कोरोना के चलते हाँथ पर हाँथ
धरे बैठे सोच रहे है कब क्या हो जाय ।

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