जिलाधिकारी अपने जनपद के कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों का नियमित निरीक्षण करें-अवनीश कुमार अवस्थी

करोना विजेता समाज को जागरूक करने के लिए वाॅलेंटियर बनकर अपना योगदान दें-अवनीश कुमार अवस्थीलखनऊ।उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने सभी निर्माण परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि इसके लिए कार्य की गति को बढ़ाया जाए, ताकि लाॅकडाउन अवधि के दौरान प्रभावित गतिविधियों की भरपाई की जा सके। उन्होंने बालू, मौरंग, गिट्टी, सीमेन्ट, ईट आदि सहित सभी प्रकार की निर्माण सामग्री की सुचारु आपूर्ति सुनिश्चित कराने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश के सभी जनपदों में केन्द्र व राज्य सरकार की विकासपरक तथा लोक कल्याणकारी योजनाओं के संचालन का अभियान चलाए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा है कि समस्त मण्डलायुक्त अपने सभी जनपदों की विकास व निर्माण योजनाओं के सम्बन्ध में जिलाधिकारियों के साथ नियमित समीक्षा करें।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए है कि सभी जिलाधिकारी अपने जनपद के कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों का नियमित निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाए रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि चिकित्सक तथा नर्सिंग स्टाफ नियमित राउण्ड लें, पैरामेडिक्स मरीजों की निरन्तर माॅनिटरिंग करें। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि जनपद आगरा, मेरठ, फिरोजाबाद, मुरादाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलन्दशहर, अलीगढ़, गाजियाबाद, कानपुर नगर, झांसी तथा बस्ती में प्रोफेसर स्तर के वरिष्ठ एवं अनुभवी विशेषज्ञ को भेजा जाए, जो स्थानीय मेडिकल टीम को उपचार सम्बन्धी उचित परामर्श तथा सहयोग प्रदान करेंगे। उन्होंने इन जनपदों में प्रमुख सचिव,सचिव स्तर के अधिकारियों को नामित करने के निर्देश देते हुए कहा है कि यह अधिकारीगण सम्बन्धित जनपद में कैम्प करते हुए जिला प्रशासन के कार्यों का पर्यवेक्षण करेंगे।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनपदों में तैनात अपर निदेशक तथा संयुक्त निदेशक स्तर के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी यह सुनिश्चित कराएं कि अस्पतालों में मरीजों को दवा, शुद्ध व सुपाच्य भोजन तथा पीने के लिए गुनगुना पानी नियमित तौर पर मिले तथा चिकित्सालयों की साफ-सफाई व्यवस्था भी चुस्त-दुरुस्त बनी रहे। उन्होंने कहा है कि निजी टेस्टिंग लैब के कार्यों का प्रभावी अनुश्रवण किया जाए। उन्होंने नगरीय क्षेत्रों में निगरानी समितियों के सर्विलांस कार्य पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने साफ-सफाई व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश देते हुए कहा है कि स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छता आवश्यक है। कोरोना को परास्त करने में साफ-सफाई एक महत्वपूर्ण हथियार है। इसलिए लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के सम्बन्ध में प्रयास जारी रखे जाएं। नगर निगम एवं नगर निकाय अपने-अपने क्षेत्रों में सफाई हेतु अभियान चलायें। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने मास्क न पहनने वालों पर सख्ती बरतते हुए अनिवार्य रूप से चालान काटने के निर्देश दिये है। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिये है कि सार्वजनिक स्थानों पर थूकनें वालों पर कड़ी कार्यवाही की जाये।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने औद्योगिक इकाइयों के संचालन की स्थिति की जानकारी प्राप्त करने के लिए सर्वे कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि मानव संसाधन के अभाव में औद्योगिक गतिविधियां संचालित न कर पाने वाली इकाइयों की सूची तैयार की जाए। इसके आधार पर कामगारों/श्रमिकों को इन इकाइयों मंे सेवायोजित करने की व्यवस्था की जाए। इससे जहां एक ओर औद्योगिक इकाइयों का संचालन सम्भव हो सकेगा, वहीं दूसरी ओर कामगारों,श्रमिकों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने औद्योगिक गतिविधियों में संक्रमण से सुरक्षा सम्बन्धी प्रोटोकाॅल का पूर्ण पालन कराने के निर्देश भी दिए हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु होने पर उसका अन्तिम संस्कार सम्मानजनक ढंग से किया जाए। निराश्रित व्यक्ति के अन्तिम संस्कार के लिए राज्य सरकार ने 05 हजार रुपए की धनराशि की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा है कि इन निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के लिए सभी जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों,पुलिस अधीक्षकों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र प्रेषित किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि गर्मी के मौसम के दौरान कहीं भी पेयजल का संकट न होने पाए। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में पेयजल की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि वहां किसी भी दशा में में पानी की कमी न होने पाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि पुलिस द्वारा नियमित रूप से फुट पेट्रोलिंग करते हुए सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्रित न होने पाए। पी0आर0वी0 112 की वैन लगातार पेट्रोलिंग करती रहें। पुलिस की बीट व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखा जाए। नियमित तौर पर रात्रि गश्त की जाए। उन्होंने कहा है कि सुदृढ़ कानून व्यवस्था राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। इसलिए इस सम्बन्ध में किसी भी स्तर पर लापरहवाही अथवा उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।श्री अवस्थी ने बताया कि आज मुख्यमंत्री जी द्वारा विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर श्रम विभाग की बाल श्रमिक विद्या योजना का शुभारम्भ किया गया है। इस योजना के तहत सरकार द्वारा बाल श्रम की प्रथा को समाप्त करने के लिए उनकी शिक्षा हेतु अनुदान दिया जायेगा। आज 2000 बच्चों को इसका लाभ एवं अनुदान दिया गया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने स्वंय वीडियों कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से बच्चों से बात कर उन्हें शिक्षा के लिए प्रोत्साहित किया।
श्री अवस्थी ने बताया कि धारा 188 के तहत 64,530 एफआईआर दर्ज करते हुये 1,76,664 लोगों को नामजद किया गया है। प्रदेश में अब तक 62,98,280 वाहनांे की सघन चेकिंग में 54,486 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 28,30,47,209 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 2,94,945 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 914 लोगों के खिलाफ 695 एफआईआर दर्ज करते हुए 325 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि फेक न्यूज के तहत अब तक 1437 मामलों को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की गई है। 12 जून को कुल 10 मामले, जिनमें ट्विटर के 07, फेसबुक के 03 मामले को संज्ञान में लिया गया हंै तथा साइबर सेल को आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित। 12 जून तक ट्वीटर के 82, फेसबुक के 81, टिकटाॅक के 47 तथा व्हाटसएप के 01 एकाउण्ट कुल 211 एकाउण्ट्स को ब्लाॅक किया जा चुका है। अभी तक कुल 50 एफआईआर पंजीकृत कराई गई है। विभिन्न जनपदों में 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 2124 हाॅट स्पाॅट के 774 थानान्तर्गत 8,11,567 मकानों के 48,36,631 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में कोरोना पाॅजिटिव लोगों की संख्या 4,592 है।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में हाॅटस्पाॅट वाले बस्तियों में 3986 डोर स्टेप डिलिवरी मिल्क बूथ/मैन के द्वारा दूध वितरित किया गया है। डोर स्टेप डिलिवरी ‘फल, सब्जी आदि’ कुल 5514 वाहन लगाये गये हैं। डोर स्टेप डिलिवरी वाले प्रोविजन स्टोर की संख्या 4887 है। प्रोविजन स्टोर के माध्यम से डिलिवरी करने वाले व्यक्तियों की संख्या 5793 है। हाॅट स्पाॅट क्षेत्रों में कुल 89 प्रचलित सामुदायिक किचन हैं। निर्माण कार्यों से जुडे़ 18.06 लाख श्रमिकों, नगरीय क्षेत्र के 8.86 लाख श्रमिकों तथा ग्रामीण क्षेत्रों के 6.71 लाख निराश्रित व्यक्तियों को रु0 1,000-1,000ध्- के आधार पर कुल 33.63 लाख लोगों को 336.23 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। उन्हांेने बताया कि प्रदेश में 1107 फ्लोर मिल, 503 तिल मिल, 312 दाल मिल संचालित की जा रही है।
श्री अवस्थी ने बताया कि देश में सबसे अधिक कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिण के राज्यों से भी हम अपने कामगारों/श्रमिकों को प्रदेश में लाने में सफल हुए हैं। प्रदेश में अब तक 1643 टेªन से 22,18,578 लोगों को प्रदेश में लाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि आज तमिलनाडु से गोरखपुर के लिए 01 श्रमिक स्पेशल ट्रेन आ रही है। ईंट-भट्टा श्रमिकों को लेकर गोरखपुर से 01 ट्रेन छत्तीसगढ़ के लिए भेजी जा चुकी है। जबकि आज जनपद आयोध्या, अकबरपुर और सुल्तानपुर से ईंट भट्टा श्रमिकों को लेकर 02 ट्रेन छत्तीसगढ़ एवं 01 उड़ीसा के लिए भेजी जा रही है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में अब तक 279 टेªन से 3,57,850 कामगार एवं श्रमिक आये हैं। उन्होंने बताया कि आगरा में 12, कानपुर में 17, लखनऊ में 126 टेªन, जौनपुर में 139, बरेली में 12, बलिया में 71, प्रयागराज में 64, प्रतापगढ़ में 76, रायबरेली में 22, वाराणसी में 123, अमेठी में 17, मऊ में 49, कन्नौज में 03, गाजीपुर में 33, बांदा में 21, सुल्तानपुर में 28, लखीमपुर खीरी में 01, हरदोई में 20, आजमगढ़ में 46, अयोध्या में 37, बाराबंकी में 12, सोनभद्र में 04, गोण्डा में 71, अम्बेडकरनगर में 25, सीतापुर में 13, फतेहपुर में 09, उन्नाव में 28, बस्ती में 89 टेªन, फर्रूखाबाद में 02, कासगंज में 09, चंदौली में 17, मानिकपुर (चित्रकूट) में 01, एटा में 01, जालौन में 02, इटावा मेें 01, रामपुर में 01, शाहजहांपुर में 01, अलीगढ़ में 06, मिर्जापुर में 11, देवरिया में 104, सहारनपुर में 04, चित्रकूट में 03, बलरामपुर में 19, झांसी में 05, कौशांबी में 01 टेªन, पीलीभीत में 01, भदोही में 04, मुजफ्फरनगर में 01, महाराजगंज में 01 एवं महोबा में 01 आ चुकी हैं। मुरादाबाद, मेरठ, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, कुशीनगर, हमीरपुर, बहराइच, में भी ट्रेन आ रही हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 548 ट्रेन से 7,98,089 लोग, महाराष्ट्र से 429 ट्रेन, पंजाब से 235 ट्रेन कामगारों,श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। इसके साथ ही तेलंगाना से 25, कर्नाटक से 58, केरल से 19, आन्ध्र प्रदेश से 14, तमिलनाडु से 40, मध्य प्रदेश से 04, राजस्थान से 39, गोवा से 17, दिल्ली से 103, छत्तीसगढ़ से 01, पश्चिम बंगाल से 04, उड़ीसा से 01 ट्रेन, त्रिपुरा से 01 ट्रेन, हिमाचल प्रदेश से 04 ट्रेन, असम से 01 ट्रेन, उत्तराखण्ड से 04, जम्मू-कश्मीर से 02 तथा उत्तर प्रदेश से 94 ट्रेन के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कामगारों,श्रमिकों को पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि दूसरे राज्यों उड़ीसा, झारखण्ड, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों के ईंट भट्ठा श्रमिकों को उनके राज्य में भेजे जाने की व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही है।
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में टेस्टिंग क्षमता निरन्तर बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि टेस्टिंग क्षमता में 60 प्रतिशत की बढोत्तरी हुयी है। कल अब तक की एक दिन में सर्वाधिक 15,607 सैम्पल की जांच की गयी। जून के अंत तक टेस्टिंग की क्षमता को बढ़ाकर 20,000 प्रतिदिन से अधिक किया जायेगा। प्रदेश में अब तक कुल 4.19 लाख से अधिक सैम्पल की जांच की जा चुकी है। सभी जनपदों में ट्रूनेट मशीन स्थापित कर दी गयी हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 75 जनपदों में 4,642 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 7,609 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। वर्तमान में करोना संक्रमण का रिकवरी दर 60 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने कहा कि जो लोग करोना संक्रमण से पूर्ण रूप से उपचारित हो चुके है वे करोना महामारी से समाज को जागरूक करने के लिए वाॅलेंटियर बनकर अपना योगदान दें। उन्होंने ऐसे करोना विजेताओ से अपील की है कि वे जिला प्रशासन में अपना पंजीकरण करायें। पूल टेस्ट के अन्तर्गत 1148 पूल 5-5 सैम्पल तथा 90 पूल 10-10 सैम्पल की जांच की गयी।
श्री प्रसाद ने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 15 लाख से अधिक कामगारों,श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 1.17 लाख सर्विलांस टीम द्वारा 89,22,124 घरों के 4.54 करोड़ लोगों का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप से जो अलर्ट जनरेट आने पर कन्ट्रोल रूम द्वारा निरन्तर फोन किया जा रहा है।

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