ओबरा, 1 मार्च, 2020, बिल्ली मारकुंडी में हो रहे खनन में मजदूरों की मौत की घटना की जांच के लिए आज मजदूर किसान मंच और ठेका मजदूर यूनियन की टीम ने दौरा किया। टीम ने घायल लोंगो से मुलाकात की और मृत लोगों के परिवार से बातचीत की। टीम में ठेका मजदूर यूनियन के जिलाध्यक्ष कृपा शंकर पनिका, उपाध्यक्ष तीरथ राज यादव, संयुक्त मंत्री मोहन प्रसाद और मजदूर किसान मंच के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद गोंड़, सचिव रमेश सिंह खरवार आदि रहे। टीम ने सरकार से तत्काल खनन में मृत श्रमिकों के परिवारजनों को 50 लाख रूपए मुआवजा देने, घायलों को 5 लाख मुआवजा देने, इस दुर्घटना की न्यायिक जांच कराने और इसकी जिम्मेदारी तय कर दोषी अधिकारियों को दण्डित करने की मांग की। टीम ने इसकी विस्तृत रिपोर्ट बनाकर मुख्यमंत्री को भेजने और इन मांगों पर कार्यवाही करने का अनुरोध करने का निर्णय लिया। टीम ने कहा कि प्रशासन की आपराधिक लापरवाही के कारण पांच श्रमिक छोटेलाल, गुलाब, शैलेन्द्र, षिव चरन, राम प्रसाद को अपनी जान गंवानी पडी है और राजेन्द्र, रामपाल आदि श्रमिक घायल है। टीम ने पाया कि आवासीय बस्ती के पास खनन हो रहा था। बार-बार इस खनन पर आपत्ति करने के बावजूद इस पर रोक नहीं लगायी गयी। टीम ने देखा कि खनन क्षेत्र में किसी भी खनन श्रमिकों का पंजीकरण नहीं है, जिससे कि दुर्घटना के समय उन्हें मुआवजा मिल सके। इसलिए सरकार को इस घटना की न्यायिक जांच करानी चााहिए।