श्रीमद्भागवत कथा सुनने से धूल जाते हैं सारे पाप :पंडित राजकिशोर शास्त्री

संजय द्विवेदी की खास रिपोर्ट

रेनुसागर सोनभद्र। कलियुग में श्रीमद्भागवत कथा मोक्ष दायिनी पाप हारिणी है। इसके श्रवण मात्र से ही सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। यह बात रेनुसागर कालोनी में श्री श्याम सेवा मण्डल रेनुसागर के तत्वाधान में आयोजित श्रीमदभागवत कथा ज्ञानयज्ञ महोत्सव में श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिन पंडित आचार्य राज किशोर शास्त्री महाराज ने कहीं। कथा के दौरान श्रीमदभागवत महात्म्य ,श्री शुकदेव जन्म,भीष्म स्तुति का विधिवत वर्णन किया।
बृहस्पतिवार को कथा वाचक पंडित आचार्य राज किशोर शास्त्री महाराज ने कहा कि कलियुग में जीव की बुद्धि बदल जाती है। समय चक्र बदल जाता है। पुण्य कर्म खत्म हो जाते है। पाप कर्म आगे आ जाते है। कथा व्यास ने कहा कि राजा परीक्षित के राज्य में सुख शांति थी। कलयुग ने जब राजा परीक्षित से जगह मांगी तो उन्होंने सोने के मुकुट में स्थान दे दिया। इसमें कलयुग का वास होते ही राजा की बुद्धि भ्रष्ट हो गई। श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से राजा को मोक्ष की प्राप्ती हुई। पंडित आचार्य राज किशोर शास्त्री महाराज ने भक्तों को कथा का रसपान कराते हुए शुकदेव जन्म वर्णन कथा का प्रसंग सुनाया। कथा सुनाकर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया।कथा वाचक ने यह कह की भगवान श्रीकृष्ण को इस बात का ज्ञान हुआ कि स्वयं वहां आए और उन्होंने शुकदेव को आश्वासन दिया कि बाहर निकलने पर तुम्हारे ऊपर माया का प्रभाव नहीं पड़ेगा। श्रीकृष्ण से मिले वरदान के बाद ही शुकदेव ने गर्भ से निकल कर जन्म लिया। जन्म लेते ही शुकदेव ने श्रीकृष्ण और अपने पिता-माता को प्रणाम किया और तपस्या के लिए जंगल चले गए। व्यास जी उनके पीछे-पीछे पुत्र, पुत्र कह कर पुकारते रहे, किन्तु शुकदेव ने उस पर कोई ध्यान न दिया। व्यास जी चाहते थे कि शुकदेव श्रीमद्भागवत का ज्ञान प्राप्त करें, किन्तु शुकदेव तो कभी पिता की ओर आते ही नही थे। कथा वाचक ने बताया कि, कथा सुनने से मनुष्य के कई जन्मों के पापों का क्षय हो जाता है। हमें भागवत कथा सुनने के साथ साथ उसकी शिक्षाओं पर भी अमल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि अपना उद्धार करना चाहते हो तो परोपकार में अपना जीवन लगाओ, जिससे तुम्हारा कल्याण होगा ।शाम 6:15बजे से रात्रि 10:15 बजे तक चलने वाली कथा में बड़ी संख्या में महिला-पुरूष कथा श्रवण करने पहुंचे।इसके पूर्ब कथा में महाआरती श्याम सेवा मण्डल के अध्यक्ष अनिल सिंघानिया सपत्नी एवं सचिव विनय वाजपेयी ने किया प्रसाद का वितरण किया गया। इस अवसर पर कथा संयोजक विकाश अग्रवाल , श्याम सेवा मण्डल अध्यक्ष अनिल सिंघानिया,सचिव विनय वाजपेयी,पंडित रामयश पांडेय,संतोष चौबे ,सुधांशु दुबे,गोपाल मुखर्जी,नरेश शर्मा,दीपक सरावगी,खुशबू सरावगी,अरुण सिंह उर्फ मुन्ना सिंह,अरुण कुमार दारा सिंह, अजय कुमार शर्मा सहित हजारो लोग मौजूद रहे।

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