वन गांवों को बनाया जाए राजस्व ग्राम -दिनकर

ऽ बभनी में हुआ ‘जन संवाद‘,
ऽ वनाधिकार को फिर विफल करने में लगा है प्रषासन, इसलिए होगी निगरानी

बभनी, सोनभद्र, 25 नवम्बर 2019।, उभ्भा में हुए आदिवासियों के नरसंहार के बाद वहां पहुंचे मुख्यमंत्री योगी जी ने घोषणा की थी कि जनपद के सभी वन ग्रामों को राजस्व ग्राम में तब्दील किया जायेगा। लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी इस दिषा में कुछ भी नहीं हुआ। जबकि दुद्धी महसील में ही टांगापाथर, झिलोखमरिया, महुअरिया, चेरी, चपकी जैसे कई गांव है जो पूर्णतया वन ग्राम है और जिन्हें जनषून्य गांव कहा जाता है। दुद्धी के नगंवा, चैनपुर और तुर्रीडीह जैसे गांव तो 90 प्रतिषत वन ग्राम है। इसलिए सरकार को अपना वायदा पूरा करना चाहिए और जिला प्रषासन को तत्काल कार्यवाही करते हुए वनाधिकार कानून के तहत वन ग्रामों को राजस्व ग्राम घोषित करना चाहिए। यह मांग आज बभनी ब्लाक परिसर में आयोजित जन संवाद में स्वराज अभियान के नेता दिनकर कपूर ने कहीं। जन संवाद की अध्यक्षता मजदूर किसान मंच के नेता रामनारायन गोंड़ ने की और संचालन बभनी प्रभारी दलबीर खरवार ने किया।
जन संवाद को सम्बोधित करते हुए दिनकर कपूर ने कहा कि आरएसएस-भाजपा आदिवासी विरोधी है। जिन प्रदेषों में इनकी सरकारें रही वहां आमतौर पर वनाधिकार कानून को लागू नहीं किया गया। उ0 प्र0 में भी योगी सरकार की इच्छा के विरूद्ध न्यायालय से जीत कर वनाधिकार कानून का पुनः परीक्षण चालू कराया गया है। जन संवाद में विभिन्न गांवों से आयी रिपोर्ट के अनुसार प्रषासन जमीनीस्तर पर एक बार फिर वनाधिकार कानून को विफल करने में लगा है। इसलिए गांव में मजदूर किसान मंच की निगरानी समिति का गठन किया जायेगा। प्रषासन को वन व राजस्व विभाग के कर्मचारियों की उपस्थिति में स्थलीय सत्यापन कराना चाहिए और प्रषासन को आदिवासी बाहुल्य इस इलाके में सभी आदिवासी-वनवासी दावेदार को वन भूमि पर पुष्तैनी बसे लोगों को अधिभोग का अधिकार दिया जाए।
सम्मेलन में दर्जनों गांव से कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सम्मेलन को कृपाषंकर पनिका, मंषाराम पनिका, भैया राम खरवार, रामदेव गोंड़, हाजरी प्रसाद, मंगरू प्रसाद गोड़, इंद्रदेव खरवार, सोनालाल गोंड़, राम विचार गोंड़, देव कुमार खरवार, राम गहन, मिथलेष आदि लोगों ने सम्बोधित किया।

दलबीर खरवार
संयोजक, मजदूर किसान मंच, बभनी ।

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