लाला लाजपत राय के पुण्यतिथि पर विचार एवं कवि गोष्ठी का आयोजन

मीरजापुर । नगर के नारघाट स्थित शहीद उद्यान में लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि पर विचार एवं कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया । कविताओं के माध्यम से कवियों ने पंजाब केशरी लाला लाजपत राय को याद करते हुए शब्दों के बाण से समाज को आइना दिखाते हुए वर्तमान पर वार किया ।

कवि गोष्ठी का शुभारंभ ज्ञान की देवी मां सरस्वती की वंदना से नंदिनी वर्मा ने किया । उनकी रचना वह खुद को पाक कह, इंसानियत नापाक करते हैं, उन्हें हम हिंदवासी मिलकर मुर्दाबाद करते हैं । बृजदेव पाण्डेय ने कहा मेरे घर के सामने टंगा एक इश्तहार है, चोर काम का है, साहु बेकार है का पाढ कर वर्तमान का चित्रण किया । भोलानाथ कुशवाहा ने कहा कि परवाज का अधिकार सीमित करना चिड़िया को पसंद नहीं, देर सबेर वह उड़ेगी जरूर क्योंकि खुला आकाश है उसका अपना है ।

संचालन कर रहे अरविंद अवस्थी ने काव्य पाठ करते हुए आवाज लगाई कि मंच पर माला पहनकर झूठ जो बोला करें, आम जनता का उसे झटका करारा चाहिए । प्रमोद कुमार सुमन ने माइक संभालते ही कहा कि रिश्ते हैं सिर्फ प्यार निभाने के वास्ते, कुछ ढो रहे हैं दिल को दुखाने के वास्ते । आनंद अमित ने कवि गोष्ठी को नई दिशा देते हुए काव्य पाठ करते हुए कहा कि एक सड़क पर फूल कमल के, पर दूजी है खाटो वाली, एक सड़क पर सिंहासन है तो दूजी है कांटो वाली । अताउल्ला सिद्दीकी ने कहा शेरे पंजाब की कृतियों से यह धरती धन्य है । जफर मीरजापुरी ने कहा कि वह अपनी छत पे जो दाने बिखेर देते हो, खुद उड़ने वाले परिंदे असीर होके रह जाते हैं । खुर्शीद भारती ने कहा पीठ पर मार कर चुपके से तुम मेरे खंजर, दोस्ती की कोई रस्म तो निभाते जाते । केदारनाथ सविता ने कहा बाढ़, सूखा, महंगाई, गुंडों की हाथापाई और कुर्सी के झगडे, सब कुछ सहती है जनता, साध्वी पत्नी की तरह । कवि गोष्ठी में इरफान कुरैशी ने कहा कि आओं बताएं क्यों बुलंदी में मेरा नाम है, मैं जहा रहता हूं वहां माता विंध्यवासिनी का धाम है । बस यही मेरी खता है इंसानियत मुझे पता है, अगर जमीर बेंच दूं तो सोचिए फिर क्या क्या अता है । हौसला प्रसाद मिश्र ने कहा कि भारत भूमि देव भूमि इसका मान रखिए मातृभूमि माता सम इसका ध्यान रखिए ।
इस मौके पर रविशंकर गुप्ता, अच्युतानंद शुक्ल, धीरेंद्र दुबे, मो0 चांद, विनय कुमार, आलोक मिश्र, आशीष कुमार एवं मनोज गुप्ता समेत तमाम लोगों ने शहीदों की मूर्तियों पर माल्यार्पण किया ।
कार्यक्रम का संयोजन वरिष्ठ कवि भोलानाथ कुशवाहा संचालन अरविंद अवस्थी ने किया । कार्यक्रम के समापन के बाद शहीद उद्यान प्रबंध समिति के अध्यक्ष शिवलाल अवस्थी ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।

Translate »