केदारनाथ का संवारा स्वरूप परखेगा दल, देगा पीएम को रिपोर्ट

उत्तरखण्ड

उत्तराखंड: केदारनाथ में 11 फरवरी को उत्तराखंड मूल की 51 हस्तियां जुटेंगी। दल का नेतृत्व प्रधानमंत्री के सचिव भाष्कर खुल्वे करेंगे।इनका मकसद पुनर्निर्माण में लगे लोगों का हौसला बढ़ाना है। साथ ही निर्माण कार्यों की रिपोर्ट प्रधानमंत्री को सौंपेंगे। केदारनाथ धाम का कपाट बंद होने के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आ सकते हैं।
इस संबंध में उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने तैयारी बैठक की। बताया कि प्रधानमंत्री ने पांच परियोजनाओं का शिलान्यास किया था। यह दल इन निर्माण कार्यों का जायज़ा लेगा। साथ ही 2013 की आपदा में मारे गए लोगों की स्मृति में रामबाण में पौधरोपण भी किया जाएगा। 51 सदस्यीय अभियान दल में सचिव प्रधानमंत्री भाष्कर खुल्वे, महानिदेशक कोस्ट गार्ड राजेन्द्र सिंह,सीएमडी एयर इंडिया प्रदीप खरोला, संयुक्त सचिव विदेश मंत्रालय आलोक डिमरी, सीईओ ब्रह्मोस सुधीर मिश्रा, फ़िल्म निर्माता मधुर भंडारकर, महिला क्रिकेटर एकता बिष्ट, मानसी जोशी सहित प्रशासन, इंजीनियरिंग, जियोलॉजी, विज्ञान, पर्यावरण, मीडिया से जुड़े उत्तराखंड के लोग अभियान में शामिल होंगे।
गौरतलब है कि मंदाकिनी और सरस्वती नदियों के संगम से मंदिर की दूरी 270 मीटर है। केदारनाथ मंदिर परिसर तक पहुंचने के लिए मार्ग को चौड़ा कर 50 फीट किया गया है। मंदिर का क्षेत्रफल 1500 बर्ग मीटर से बढ़ाकर 4125 मीटर किया गया है। सरस्वती नदी पर 470 मीटर और मंदाकिनी नदी पर 380 मीटर लंबाई की सुरक्षा दीवार बनाई जा रही है। इसके साथ ही 73 तीर्थ पुरोहितों के लिए पुरोहित आवास और आदिगुरु शंकराचार्य कुटीर व संग्रहालय का निर्माण किया जा रहा है। पुनर्निर्माण कार्यों में 3 5 किलोमीटर गरुड़चट्टी पैदल मार्ग, गौरीकुंड से लिनचोली होते हुए केदारनाथ मार्ग का चौड़ीकरण तथा सुधार कार्य, भूस्खलन से बचाव के लिए सुरक्षा दीवार और ड्रेनेज सहित तमाम पुनर्निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं।

Translate »