उत्पीड़न पर चुप्पी से भड़के पत्रकार मण्डलायुक्त को सौंपा पत्रक

मीरजापुर । जिले में नमक रोटी बच्चों को खिलाए जाने का मामला प्रकाश में लाने वाले पत्रकार पर दर्ज प्राथमिकी वापस लिए जाने व चुनार में पत्रकार पर किए गए हमले के बाद हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पत्रकारों का दल मंडलायुक्त आनंद कुमार सिंह से मिला और पत्रक सौंपा । इसके पूर्व कमिश्नर कार्यालय पर प्रदर्शन कर अपने आक्रोश का इजहार किया ।

पत्रकार उत्पीड़न मामले 3 सितम्बर को
सौंपे गये पत्रक का स्मरण कराते हुए अब तक कोई सार्थक कार्रवाई नजर न किये जाने पर चिंता जताया गया । पत्रक में कहा गया है कि अहरौरा थाने के जमालपुर प्राथमिक विद्यालय सेऊर में 22 अगस्त को मिड-डे मिल में नमक-रोटी बांटने
की हकीकत दिखाने से कुछ अफसर नाराज़ हैं । वह भी इस कदर की अपने पत्रकारिता दायित्व का निर्वहन करने पर भ्रष्ट लोगों को बचाने के लिए पत्रकार के ही खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कराया गया है ।

चुनार पोस्टमार्टम हाउस पर 2 सितंबर 2019 को पत्रकार पर हमला कर पिटाई करने वाले दबंग आज भी खुले आम घुमते हुए कानून को ठेंगा दिखा रहे हैं ।
अब तक कोई कार्रवाई न होने से हम सब व्यथित हैं । लोकतंत्र को पंगु बनाने और प्रदेश सरकार को बदनाम करने की साज़िश रची जा रही है ।
दोनों प्रकरण में न्यायोचित कदम उठाने और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई है ।
प्रदर्शन करने वालों में संजय दूबे, वीरेंद्र दूबे, राजकुमार उपाध्याय, राजकुमार मालवीय, सुभाष मिश्र, मुकेश पाण्डेय, शरद मिश्र, राजकुमार शर्मा, घनश्याम ओझा, अजय दूबे, अश्वनी उपाध्याय, इंद्रमणि पांडेय, प्रवीण तिवारी, विनोद सिंह, राकेश श्रीवास्तव, कामेश्वर पाल, श्रीकांत कुशवाहा, शिवनाथ गुप्ता, महेंद्र सिंह, संत कुमार, विजेन्द्र दूबे, रामलाल साहनी, हेमंत शुक्ला, वतन शुक्ला, रामकुमार, अमित तिवारी, विनोद श्रीवास्तव, राजू, दीपचंद समेत कई दर्जन पत्रकार उपस्थिति थे ।

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