मुहर्रम की सप्तमी को पुरसुकून माहौल में सम्पन्न हुए विविध कार्यक्रम

शाम को कर्बला पर उमड़ा हिन्दू-मुस्लिम अकीदतमंदों का हुजूम
देर रात सम्पन्न हुई केला काटने और मिट्टी खुदाई की रस्म
दुद्धी, सोनभद्र।(भीमकुमार) मुहर्रम की सप्तमी के अवसर पर शनिवार को सांयकाल से ही नगर के अलग-अलग स्थानों पर विविध कार्यक्रम आयोजित किये गए। अपराह्न 4 बजे से रेलवे स्टेशन मोड़ बढनीनाला स्थित कर्बला पर अक़ीदतमंद हिन्दू-मुस्लिम महिला-पुरुषों के अलावा भारी संख्या में बच्चों का आवाजाही जो शुरू हुई तो आवागमन का यह कार्यक्रम रात्रि 10 बजे तक अनवरत जारी रहा। केंद्रीय अखाड़ा कमेटी द्वारा समूचे कब्रिस्तान सहित खासकर कर्बला को रंग-रोगन कर आकर्षक विद्युत झालरों से सजाकर समूचे कब्रिस्तान परिसर में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की गई थी।

व्यवस्था में लगे अंजुमन इस्लाहुल मुस्लेमीन कमेटी व केंद्रीय अखाड़ा कमेटी के लोग कर्बला के मुख्य द्वार पर टेंट-शामियाना लगवाकर ध्वनि विस्तारक यंत्र से माकूल इंतज़ाम और व्यवस्था सुधार के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश की एनाउंसिंग करते रहे। इंतजामिया कमेटी की कार्यप्रणाली से खुश जायरीनों द्वारा कमेटी को आर्थिक सहयोग भी प्रदान की गई जिसकी बाकायदा माइक से उदघोष की जाती रही। अकीदतमंद लोग कबिस्तान पहुंच कर अपने मरहुमीन की कब्रों पर जाकर फतेहा पढ़ी वहीं कर्बला पहुंच शहीदाने कर्बला इमाम हसन-हुसैन के नाम तबर्रुख पेश कर बेचू साह व अन्य से फातेहा दिलाई। जायरीनों के लिए कस्बे के चंद मानिंद लोगों अय्यूब खान, इब्राहिम खान, जुगनू चौक, कलकली बहरा आदि के द्वारा लगभग 10 डेग मांसाहारी व शाकाहारी खिचड़ा के अलावा जर्दा बनवाकर बतौर तबर्रुख तकसीम किया गया। कर्बला पर केंद्रीय अखाड़ा कमेटी के सदर राफे कजन, मख़तब के प्रबंधक फतेहमुहम्मद खान, इस्लाहुल मुस्लेमीन कमेटी के खजांची मेराज अहमद, कलीमुल्लाह खान, सरफराज साह, मैनुद्दीन साह, आरिफ खान, जोखन खलीफा, सरकार आदि लोग इंतजाम में मशगूल रहे। संचालन आरिफ खान व सेराज खान ने संयुक्त रूप से किया।

रात्रि 10 बजे नगर के वार्ड नं 11 दर्जी मुहाल, जुगनू चौक, मीर मुहल्ला, साईं चौक, रामनगर, कलकली बहरा के अलावा मलदेवा, खजूरी, कठौतवा, डुमरडीहा आदि ग्रामीण अंचलों का अखाड़ा मस्जिद तिराहे पहुंच कर घंटो लाठी, तलवार, बल्लम, गड़ासा, चाकू आदि से युद्ध कला का प्रदर्शन किए। तत्पश्चात तहसील परिसर पहुंच केला काटने की रस्म अदा की। इसकी बाद करीब अर्धरात्रि को या अली-या हुसैन के नारों के बीच हसन तालाब पहुंचकर मिट्टी खुदाई की औपचारिकता पूरी कर अपने गंतव्य को लौट गए। पुलिस उपाधीक्षक संजय वर्मा के दिशा-निर्देश पर समूचे कार्यक्रम के दौरान प्रभारी निरीक्षक अशोक सिंह अपने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों और पीएसी के साथ चक्रमण करते रहे।

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