अजा एकादशी व्रत वैष्णवों का वत्स पूजा।

जीवन मन्त्र।अजा एकादशी व्रत वैष्णवों का। वत्स पूजा। पर्युषण पर्व (पंचमी पक्ष- जैन)। सूर्य दक्षिणायण। सूर्य उत्तर गोल। शरद ऋतु। अगर आप आज कुछ अच्छा काम करने की सोच रहे हैं तो अपराह्न 3 बजे से सायं 4.30 बजे तक न करें। इस समय राहुकाल रहेगा। राहुकाल में कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए।

27 अगस्त, मंगलवार, 5 भाद्रपद (सौर) शक 1941, 12 भाद्रपद मास प्रविष्टे 2076, 25 जिलहिज्ज सन् हिजरी 1440, भाद्रपद कृष्ण द्वादशी रात्रि 2.36 बजे तक उपरांत त्रयोदशी, पुनर्वसु नक्षत्र रात्रि 1.13 बजे तक तदनंतर पुष्य नक्षत्र, सिद्धि (असृक) योग प्रात: 9.26 बजे तक उपरांत व्यतीपात योग, कौलव करण, चंद्रमा सायं 7.42 बजे तक मिथुन राशि में पश्चात् कर्क राशि में।

पं. वेणीमाधव गोस्वामी

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