★ बीजेपी ने की है लोकतंत्र की हत्या:
लोकसभा चुनाव के बाद ही यह तय माना जा रहा था कि बीजेपी कर्नाटक में अपनी सरकार बनाने की कोशिश की करेगी ,लेकिन बीजेपी का यह प्रयास लोकतंत्र की हत्या के समान है। इससे पहले उत्तराखंड में भी हमारे विधायकों को तोड़ने की कोशिश इसी तरह से बीजेपी ने की थी, हालांकि उस समय न्यायालय के निर्णय की वजह से बीजेपी सरकार बनाने में नाकाम रही थी।
★ नागपुर के निर्देश पर चल रहा काम
इस बात में कोई भी संदेह नहीं है कि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व की शह पर ही कर्नाटक में हमारे विधायकों का इस्तीफा हुआ है, बीजेपी नागपुर के निर्देश पर चलने वाली पार्टी है।
विधायकों पर भी भरोसा, मान जाएंगे
हमें पूरी उम्मीद है कि हमारी पार्टी के विधायक कांग्रेस की विचारधारा से जुड़े हुए रहे हैं और वह पार्टी नेताओं की बात जरूर मानेंगे ,जिस से कर्नाटक की सरकार सुरक्षित रहेगी और बीजेपी का सपना पूरा नहीं हो पाएगा।
राहुल से जोड़कर नहीं देखे, स्थिति:
जब प्रदीप टम्टा से यह सवाल पूछा गया कि बीजेपी सदस्यता अभियान में लगी हुई है, जबकि कांग्रेस अभी तक अपना अध्यक्ष नहीं तलाश पाई। ऐसे में बीजेपी को सरकार बनाने से कर्नाटक में कैसे रोकेंगी कांग्रेस ? इस पर सांसद साहब का कहना था कि राहुल गांधी के इस्तीफे कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति को कर्नाटक की स्थिति से जोड़कर देखना गलत है।