छत्तीसगढ़ सीमा से सटे गुलरघाट नदी पर पसरा सन्नाटा

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खनन माफियाओं में मचा हडकंप,ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
बभनी/सोनभद्र अरुण पांडेय
/विवेकानंद

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बभनी ।थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत-बैना सागोबांध तथा छत्तीसगढ़ के बीच बहने वाली पागन नदी से बालू खनन करने वाले माफियाओं में जहां एक ओर हड़कंप मच गई है वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। आपको बताते चलें कि अवैध बालू खनन का कारोबार लगभग एक महीने से खेल जारी था। ठेकेदार द्वारा बालू यूपी की लोडकर परमीट छत्तीसगढ़ के नाम से देकर करोडों रूपये का राजस्व का चुना लगाया।छत्तीसगढ़ के खनन पट्टा को कल अपर जिलाधिकारी ने खारिज कर दिया तथा बभनी इंस्पेक्टर को मौके पर मुस्तैद रहने का आदेश दे दिए। बुधवार की सुबह से ही बालू की साइड पर एक भी व्यक्ति दिखाई नहीं दिए इस कार्य वाही से ग्रामीणों ने जिला प्रशासन की जमकर तारीफ की।बभनी पुलिस भी मंगलवार की शाम से काफी सक्रिय हो गई है। तथा अपना जाल बिछा दिया है बभनी इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह का कहना है कि यदि बालू खनन की साइड पर अवैध गाड़ी मिली तो कार्रवाई की जाएगी।साथ ही साथ बभनी पुलिस हमेशा सुर्खियों में रहने वाले गुलर घाट पर नजर लगाई हुई है।लेकिन खनन कर्ताओ पर कार्यवाही न की चर्चा भी है ग्रामीण मकान बनाने के लिए बालू निकालता है तो उसे विभाग पकड लेता लेकिन सैकडो ट्रेकटर बालू निकाले जाने के बाद भी कार्यवाही केवल साइड बन्द ,लोगो के गले से नही उतर रहा है।

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