सोनभद्र(सर्वेश कुमार)। सोनभद्र के ओइनी मिश्र गांव की बहू प्रो. शीला मिश्र सोनभद्र की ही नही बल्कि प्रदेश का भी देश-विदेश में मान बढ़ा रही है। लखनऊ विश्व विद्यालय के सांख्यिकीय विभाग में प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष पद पर कार्यरत प्रो. शीला बहुआयामी व्यक्तित्व की धनी हैं। अमेरिका, कनाडा, श्रीलंका, पुर्तगाल, नेपाल और थाईलैंड आदि के विश्व विद्यालयों के आमंत्रण पर डा. शीला भारतीय संस्कृति, दर्शन, योग और सांख्यिकीय विषय पर ऐतिहासिक व्याख्यान देकर प्रदेश व देश का मान बढ़ा चुकी हैं।आप के सौ से अधिक
महत्वपूर्ण शोधपत्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित हो चुके हैं। आप की कई पुस्तकें पुरस्कृत हैं। विज्ञान, साहित्य, दर्शन और समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए अनेक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से विभूषित किया गया है। डा. अनिल मिश्र निवासी सोनभद्र (ओईनी मिश्र) संग सात फेरे लेकर सात जन्मों तक की प्रीत की डोर में बंधी प्रो. शीला एक बेहतरीन और निराले अंदाज की व्यक्तित्व हैं। उनका सुंदर, सौम्य, आकर्षक प्रभावी व्यक्तित्व किसी को भी सहज ही आकर्षित कर लेता है। नारी सशक्तिकरण का वे अनुपम उदाहरण हैं। उनका हंसता हुआ चेहरा उनके व्यक्तित्व को रेखांकित करता है। सोनभद्र का यह साहित्यिक कोहिनूर अपने ज्ञान के आलोक से भारत के सनातन मूल्यों को पुनर्स्थापित करने की दिशा में अग्रसर है। यह सौभाग्य है कि प्रो. शीला मिश्र सोनभद्र से हैं। इनसे प्रत्यक्ष भेंट लखनऊ में एक राष्ट्रीय कार्यशाला में हाल के महीने में हुई थी।