बीजपपुर (रामजियावन गुप्ता) एनटीपीसी रिहंद द्वारा दिव्यांगजनों के जीवन की बाधाओं को दूर करने के लिए एनटीपीसी – रिहन्द की पहल से इस क्षेत्र के अनेक लोगों को लाभ मिल रहा है। एनएफएनडीआरसी के साथ मिलकर एनटीपीसी – रिहन्द दिव्यांगजनों के लिए कृत्रिम अंगों और उपकरणों के निर्माण, रखरखाव और उनके वितरण का कार्य शानदार तरीके से कर रहा है। धन्वन्तरी चिकित्सालय में एनएफएनडीआरसी के योग्य और समर्पित विशेषज्ञों की टीम द्वारा दिव्यांगजनों के लिए कृत्रिम अंगों और उपकरणों के निर्माण और उनको लगाने का कार्य बेहद कुशलता पूर्वक किया जाता है। बड़ी संख्या में स्थानीय दिव्यांगजन इस केंद्र में बने कृत्रिम अंगों को अपनाकर अपना जीवन सरलता से व्यतीत कर रहे हैं। एनएफएनडीआरसी के विशेषज्ञों की टीम नियमित रूप से स्थानीय गाँवों में जाकर लाभार्थियों को फॉलोअप भी करती है ताकि उनकी किसी भी समस्या का सामना ना करना पड़े और उनकी सभी परेशानियों का समाधान किया जा सके।
धन्वन्तरी चिकित्सालय में ही एनएफएनडीआरसी द्वारा सभी सुविधाओं और यंत्रों वाले फिजियो सेंटर का भी संचालन किया जा रहा है जहाँ व्यायाम और फिजियोथेरेपी द्वारा दिव्यांगजनों का उपचार किया जाता है। इसके अतिरिक्त, दिव्यांगजनों के लिए कृत्रिम अंगों और ट्राई साइकिलों के वितरण के लिए अनेक शिविरों के आयोजन नियमित रूप से किये जाते हैं।
एनटीपीसी रिहंद की मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मोनिषा कुलश्रेष्ठ ने कहा कि एनटीपीसी रिहंद द्वारा भविष्य में भी दिव्यांगजनों के जीवनस्तर में सुधार एवं उनके जीवन को सरल बनाने हेतु एनटीपीसी रिहंद धन्वन्तरी चिकित्सालय एवं सीएसआर विभाग संयुक्त रूप से मुफ्त उपकरणों का वितरण करता रहेगा।
एनटीपीसी रिहन्द ऐसे ही कई ग्रामीणों, महिलाओं, बालिकाओं, युवाओं और दिव्यांगजनों को नए अवसर देना चाहता है ताकि उनके जीवनस्तर में सकारात्मक परिवर्तन आए और वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में समर्थ हो सकें। इसमें कोई दो राय नहीं कि एनटीपीसी – रिहन्द की गौरवशाली उपस्थिति की वजह से इस क्षेत्र के समग्र विकास के साथ साथ लोगों के जीवनस्तर में सकारात्मक परिवर्तन भी आये हैं, जो वास्तव में एक सामाजिक विकास का द्योतक है।