सोनभद्र।ग्राम समाधान दिवस में लापरवाही पर दो प्रधान और 2 सचिव को स्पष्टीकरण जारी।
ग्रामीण क्षेत्रों में शिकायतों के तात्कालिक निस्तारण के लिए ग्राम पंचायतों में जिलाधिकारी के निर्देश के क्रम में ग्राम समाधान दिवस का आयोजन किया जा रहा है ग्राम समाधान दिवस का रोस्टर जिलाधिकारी द्वारा जारी किया गया है। प्रत्येक सोमवार को 80 ग्राम पंचायतों में ग्राम समाधान दिवस का आयोजन किया जा रहा है। आज ग्राम समाधान दिवस मधुपुर का औचक निरीक्षण जिला पंचायत राज अधिकारी विशाल सिंह के द्वारा किया गया ।निरीक्षण के समय पाया गया कि ग्राम प्रधान समाधान दिवस में उपस्थित नहीं थे ग्राम प्रधान बुलाने पर 11:00 बजे उपस्थित हुए जिस पर स्पष्टीकरण जारी हेतु निर्देश दिया गया मौके पर सचिव, लेखपाल, पंचायत सहायक, रोजगार सेवक, आशा उपस्थित थे। समाधान दिवस का कोई भी बैनर नहीं लगाया गया था और ना ही गांव में प्रचार प्रसार के लिए डुगडुगी ही पिटवाई गई थी। जो शिकायत पिछली तारीख को प्राप्त हुआ था उसको शिकायत रजिस्टर पर नही चढ़ाया गया था। गांव में जागरूकता नही होने के कारण आज भी केवल 1 शिकायत आई थी। ग्राम प्रधान और सचिव के द्वारा लापरवाही बरती गई जिस पर ग्राम प्रधान एवं सचिव को नोटिस जारी करने हेतु निर्देशित किया गया। इसी प्रकार ग्राम पंचायत लोहरा में आयोजित ग्राम समाधान दिवस का निरीक्षण किया गया निरीक्षण में पाया गया की ग्राम प्रधान उपस्थित नहीं थे ग्राम प्रधान 11:30 बजे उपस्थित हुए प्राथमिक पाठशाला लोहरा पर ग्राम समाधान दिवस का आयोजन किया गया था जहां पर शिकायत रजिस्टर नहीं बनाई गई थी और न ही कुटुंब रजिस्टर, जन्म मृत्यु रजिस्टर मौके पर उपस्थित था। सचिव द्वारा गांव में प्रचार प्रसार के लिए डुगडुगी नहीं पिटवाई गई थी। जिसके कारण लोग उपस्थित नहीं हुए तथा गांव के लोगों द्वारा भी बताया गया। इस पर ग्राम पंचायत मधुपुर के सचिव दीपक कुमार एवं ग्राम पंचायत लोहारा के सचिव शिवम सिंह का वेतन रोकते हुए दोनों ग्राम प्रधान एवं दोनों सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
जिला पंचायत राज अधिकारी सभी सहायक विकास अधिकारी पंचायत ग्राम पंचायत अधिकारी एवं ग्राम प्रधान को निर्देशित किया कि सोमवार को लगने वाले समाधान दिवस का मूल मकसद यह है कि ग्राम पंचायतों में जो भी शिकायतें हैं उसका निस्तारण मौके पर किया जाए अगर ग्राम पंचायत में शिकायत का निस्तारण नहीं होगा शिकायतें जनपद स्तर एवं प्रदेश स्तर पर जाती हैं तथा लोगों को अपने शिकायत का निस्तारण के लिए भागदौड़ भी करना पड़ता है इसके लिए उनका समय एवं अनावश्यक खर्च बढ़ता है। जिलाधिकारी द्वारा यह एक अनूठा अभियान चलाया गया है जिसमें सभी की सहभागिता अत्यंत आवश्यक है। अगले ग्राम समाधान दिवस में अगर निम्न कमियां पाई जाती हैं तो और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।