बलात्कार के आरोप में जेल से छूटे आरोपियों के निरंकुशता पर सराय अकिल थाना पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में
कौशांबी सराय अकिल थाना क्षेत्र के इछना गांव की एक महिला के साथ वर्ष 2018 में रेप की घटना के बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था वर्षों तक जेल में रहने के बाद अदालत ने बलात्कार के आरोपी की जमानत मंजूर कर दी जिस पर अदालत से जमानत मिलने के बाद बलात्कार का आरोपी जेल से बाहर आ गया जेल से बाहर आते ही आरोपी ने पीड़ित महिला पर मुकदमा वापस लेने सुलह समझौते का दबाव बनाना शुरू कर दिया दो बार पीड़ित महिला के घर पर उसकी भतीजी और सास के ऊपर आरोपियों द्वारा हमला किया गया है जिससे पीड़ित महिला की भतीजी और सास को चोटें भी आई हैं मामले में थाना पुलिस को तहरीर देने के बाद भी थाना पुलिस ने बलात्कार के आरोपी और उसके साथियों पर कार्यवाही नहीं की बल्कि पुलिस भी पीड़ित महिला का हौसला तोड़ती रही
सराय अकिल थाना पुलिस से न्याय न मिलने पर पीड़ित महिला ऊषा देवी ने 16 फरवरी को पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर सराय अकिल थाना पुलिस के कारनामे को बताते हुए बलात्कार के आरोपी और उसके साथियों पर कार्यवाही की मांग की पुलिस अधीक्षक ने थाना पुलिस को आरोपी पर कार्रवाई का निर्देश दिया जिस पर पुलिस आरोपी को खोजते गांव पहुंची लेकिन वह पुलिस को नहीं मिल सका जबकि ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी गांव में मौजूद था और पुलिस को देख कर किनारे हट गया था पुलिस के जाने के बाद 17 फरवरी की रात 9:00 बजे महिला के घर पर फिर तीन लोग घुस गए और आधी रात को महिला के साथ मारपीट करने लगे पुलिस अधीक्षक को दिए शिकायती प्रार्थना पत्र को वापस लेने और बलात्कार के मुकदमे में सुलह समझौते का दबाव आरोपी बनाने लगे अब सवाल उठता है कि पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देने के बाद भी आरोपियों की नकेल थाना पुलिस कसने में विफल रहे और आरोपी मनमानी करते रहे तो थाना पुलिस की भूमिका पर सवाल उठना लाजमी है सूत्रों की माने तो मामले में पहले ही थाना पुलिस की सेटिंग हो चुकी है जिससे एक दलाल के माध्यम से उसके पास तक पुलिस ने सूचना पहुंचा दी है कि पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई का निर्देश दिया इसलिए पीड़ित पर दबाव बनाकर तहरीर वापस कराते हुए बयान बदलवा देने का दबाव बार-बार आरोपी पीड़ित पक्ष पर बना रहे हैं जिससे बलात्कार के आरोपी पर कार्रवाई ना हो सके पीड़ित महिला ने पुलिस अधीक्षक का ध्यान आकृष्ट कराते हुए हमला करने वाले आरोपियों पर कार्यवाही करने और पूर्व में दी गई तहरीर पर मुकदमा दर्ज कराए जाने की मांग करते हुए थाना पुलिस पर भी कार्रवाई की मांग की है।