सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अम्बरीष सिंह ने रविवार को कहा कि विश्व के कल्याण के लिए भारत को एक मजबूत राष्ट्र के रूप में विकसित करने में हम सभी भारत
वाशी तन मन धन से लगें तो विश्व गुरु बनने से हमें कोई रोक नहीं सकता बशर्ते हमें अपने अपने हिस्से के दायित्व का निर्वहन करना पड़ेगा। प्रयास तो नल नील की तरह से करने की आवश्कता है लेकिन अगर संभव
न हो तो गिलहरी की तरह कोशिश तो अवश्य करनी पड़ेगी। विहिप के यूपी के कद्दावर नेता श्री सिंह ने कहा, ‘ जब पूरी सेना रामसेतु बनाने में व्यस्त थी तो प्रभु श्री राम का ध्यान एक गिलहरी पर था वह समुद्र के किनारे जाती, लोटती- पोटती, बालू के कण उसके शरीर से चिपक जाते और वह उन्हें पुल पर झाड़ आती। श्री राम ने जब उस गिलहरी से पूछा कि वह क्या कर रही है तो उसने कहा कि वह इस पुण्य कार्य में अपना योगदान कर रही है जितना कर सकती है कर रही है। हम सबके लिए इससे बड़ा संदेश क्या हो सकता है। अम्बरीष जी ने बताया कि अस्थाई मंदिर अयोध्या में श्री रामलला भव्य स्वरूप में विद्यमान है।