सोनभद्र- कोरोना महामारी की दूसरी लहर से निबटने में प्रदेश सरकार न केवल नाकाम रही बल्कि तमाम लोग इसे अवसर के रूप में लेकर जरूरी सामानों व दवाओं का दाम दो गुना तीन गुना तक लिए तथा जिला अस्पताल में कोविड मरीजों को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। यह आरोप सपा के जिला सचिव त्रिपुरारी गोंड ने मंगलवार को इस संवाददाता से बात करते हुए लगाया उन्होंने कहा कि यदि भाजपा के एक- दो विधायक को छोड़ दिया जाए तो बीजेपी के राज्य सभा सदस्य और उसके समर्थित सांसद कही नज़र नही आ रहे है । सपा के जिला सचिव यही नहीं रुके बल्कि यह भी कहा कि जिले में बेरोजगारों के लिए कोई राहत पैकेज नही है । कोरोना की वैक्सीन केंद्रों पर उपलब्ध ही नही है । 18 प्लस आयु के युवाओं के लिए वैक्सीन कब आएगी पता ही नही है । हजारों की संख्या में नर्सरी और वित्तविहीन व स्व वित्तपोषित व्यवस्था में काम करने वाले अध्यापक- अध्यापिकाएं, शिक्षणेत्तर कर्मचारी बिना वेतन पाए आर्थिक संकट से जूझने को मजबूर हैं। श्री गोंड़ की माने तो अस्पतालों की ओपीडी बंद रहने से अन्य बीमारियों से परेशान मरीजों का इलाज़ नही हो पा रहा है । किसानों को गेहूं बेचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना से दिवंगत हुए परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के परिजनों के प्रति न तो कोई सहानुभूति ही है और न ही कोई सहायता ही नजर आ रही है। उन्होंने यूपी बोर्ड परीक्षा को लेकर कहां की जनपद के हज़ारों परीक्षार्थी प्रदेश सरकार के निर्णय की प्रतीक्षा में अपना धैर्य खोते जा रहे है ।