बाबा मछंदर नाथ की तपस्थली पर नशेड़ी युवाओं को नशा से विरत रहने का दिलाया संकल्प

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- तीन दिवसीय गुप्तकाशी जन-जागरण महाअभियान के तहत गुजरात से आए समर्थ गुरु रामदास जी महाराज ने सोनभद्र जनपद में मौजूद सृष्टि सृजन के साक्षी स्थलों मानव एवं मानव सभ्यता को विकसित करने वाले विविध स्थलों का दर्शन पूजन कर गृहस्थ आश्रम में जीवन व्यतीत करने वाले तमाम युवाओं को नशा मुक्ति के लिए संकल्प दिलाया। इस दौरान समर्थ गुरु स्वामी रामदास जी महाराज ने नशे से होने वाले नुकसान की बारीकियां गिनाई और सनातन संस्कृति तथा गृहस्थ आश्रम के

पौराणिक और आध्यात्मिक महत्व को बताया साथ ही लोगों को नशा से दूर रहने की प्रतिबद्धता से लोगों को जागरूक किया । गुप्तकाशी दर्शन यात्रा के दौरान सृष्टि सृजन के साक्षी ऋषि मुनियों द्वारा पूजित प्राचीन स्थलो पंचमुखी महादेव, मारकुंडी, दुनिया का सबसे बड़ा जीवाश्म स्थल सलखन, ओम पर्वत पर विराजमान महामंग्लेश्वरनाथ, त्रिवेणी संगम बाबा सोमनाथ, गोमुख बाबा मछंदर नाथ, विजयगढ़ दुर्ग, अघोरी दुर्ग, इत्यादि ऐतिहासिक एवं पुरातन संस्कृति

के पौराणिक व आध्यात्मिक स्थलों का दर्शन पूजन किया। अपनी तीन दिवसीय आध्यात्मिक, पौराणिक, प्राकृतिक एवं ऐतिहासिक स्थलों के भ्रमण के दौरान उन्होंने नशा मुक्त रहने और गृहस्थ जीवन में अपने माता पिता एवं गुरु की सेवा करने के आदर्श पूर्ण उपदेश देकर लोगों को उपकृत करने का महान सामाजिक कार्य किया। उनके इस कार्य से जनपद के तमाम साहित्यकार, पत्रकार, सामाजिक कार्यों में अभिरुचि रखने वाले समाजसेवी बेहद प्रभावित हुए हैं। बताते चलें कि गुजरात के महान संत समर्थ गुरु रामदास जी महाराज गुप्तकाशी सेवा संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष रवि प्रकाश चौबे के विशेष आग्रह पर सोनभद्र की वादियों में भ्रमण करने हेतु अपना तीन दिवसीय कार्यक्रम दिया था। महाराज जी के इस भ्रमण कार्यक्रम में उनके साथ गुप्तकाशी सेवा संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष रवि प्रकाश चौबे,कार्यकारी अध्यक्ष राजेश अग्रहरि, आचार्य प्रमोद चौबे, सम्पादकीय प्रमुख धर्मेंद्र कुमार राजू, संतोष मोदनवाल, प्रभा शंकर चतुर्वेदी सहित कई अन्य संत सनातन धर्मी मौजूद रहे ।
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