ओम प्रकाश मिश्रा
मिर्ज़ापुर।
स्थानीय विकास खंड के रामपुर 38 गांव में बन रहा पंचायत भवन कमीशनखोरी व भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है। जहां निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर सरकारी धन का दुरुपयोग व बंदरबांट करने की परंपरा खुलेआम देखने को मिल सकता है। इस भवन के निर्माण में भी खुलेआम सरकारी धन का दुरुपयोग होता दिखाई दे रहा है। जानकारी के अनुसार शासन की ओर से पंचायती राज विभाग एवं मनरेगा के द्वारा रामपुर 38 गांव में लगभग 31 लाख रुपये से अधिक की लागत से पंचायत भवन का निर्माण कराया जा रहा है परंतु निर्माण में प्रयुक्त सामग्री मानक के विपरीत इस्तेमाल किया जा रहा है। मौके पर भवन के निर्माण में प्रयुक्त हो रहे सामग्री इस बात की गवाही देने के लिए पर्याप्त सबूत के तौर पर देखने को मिले। जबकि उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा को दरकिनार करते जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा घटिया किस्म के ईंट कंक्रीट बालू भस्सी सीमेंट आदि सामग्री के इस्तेमाल पर आंख मूंदे बैठे हैं। । वहीं ब्लाक में बैठे जेई व संबंधित अधिकारी व ग्राम प्रधान की मीलीभगत से खुलेआम मानक की धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं।ज्ञात हो कि वहीं राजगढ़ विकास खंड अन्तर्गत ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय, आवास, कैटल सेड, नाली खड़ंजा आदि सरकारी निर्माण में खुलेआम भ्रष्टाचार दिखाई दे रहा है। रामपुर 38 गांव विकास खंड मुख्यालय से महज दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जहां पंचायत भवन का निर्माण कराया जा रहा है परंतु मौके पर कोई भी सक्षम अधिकारी नहीं पहुंचते और आफिसों में बैठकर कागजी खानापूर्ति कर रहे हैं जहां पंचायत भवन घटिया निर्माण एवं भ्रष्टाचार की वजह से अपने वजूद को कोष रहा है और अपने भविष्य को लेकर भयभीत हो रहा है।