चोपन/सोनभद्र(अरविन्द दुबे)- रविवार को देश व्यापी पल्स पोलिया अभियान चलाया गया, जिसके अंतर्गत सोनभद्र जिले में भी विभिन्न केंद्रों में बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई। इस दौरान शून्य से लेकर पांच वर्ष तक के बच्चों ने पोलियो का ड्राप पिलाया गया। मंगलवार को भी जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोपन की टीम चोपन के खन्नन क्षेत्रों में शून्य से लेकर पांच वर्ष के 45 बच्चों को ड्राप पिलाया गया। मिली जानकारी के अनुसार पोलियो भारत से

खत्म हो चुका है इस की जीत को बरकरार रखने के लिए आने वाले नवजात शिशुओं को पोलियो खुराक पिलाने की बडी जिम्मेदारी हम सभी की है। क्योंकि अभी कई देशों में पोलियो के प्रकरण दर्ज हो रहे हैं। कार्यक्रम की मानिटरिंग के लिए जिले में सुपरवाइजर बनाए गए। एक फरवरी एवं दो फरवरी को स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा डोर टू डोर पल्स पोलियो की दवाई पिलाई जाएगी। इसी सिलसिले में स्वास्थ्य कर्मी सुभाष कुमार और विनीत सिंह खनन क्षेत्रों में जाकर पल्स पोलियो की दवाई पिलाई। स्वास्थ्य कर्मी ने बताया कि,

कोविड-19 महामारी को देखते हुए सुरक्षा के सभी उपाय अपनाए गए। जैसे भीड़भाड़ को रोकना, दो मीटर की दूरी बनाए रखना, मास्क पहनना, हाथ धोना और साफ-सुथरे माहौल में पोलियो रोधी दवा पिलाना। आपको बता दे कि सोनभद्र का अधिकांश इलाका पहाड़ों और जंगलों के बीच होता है। उस इलाके में निवास करने वाले परिवार अपने बच्चों को समय से केंद्र पर नही ला पाते। ऐसे में घर-घर पोलियो की खुराख पिलाने वाला कार्यक्रम उनके लिए वरदान साबित होता है। हालांकि तमाम परेशानियां होने के बाद भी स्वास्थ्य कर्मी अपनी ड्यूटी पूरी करते है। जो कि मानवता की मिशाल भी कहलाती है।
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