किसान नेता बुद्धि सेन मिश्रा के नेतृत्व में किसान आंदोलन के समर्थन में जलाई गई कृषि बिल की प्रतियां

*किसानों मजदूरों ने जलाया कृषि बिल की प्रतियां।*गुरमा-सोनभद्र(मोहन गुप्ता)- बुधवार को वाराणसी शक्तिनगर राजमार्ग के पटवध मोड़ पर देश में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के बैनर तले किसानों,मजदूरों ने कृषि बिल की प्रतियों को जलाकर सरकार की रवैया पर आक्रोश ब्यक्त करते हुए केन्द्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। झंडा,बैनर के साथ वाराणसी शक्तिनगर राजमार्ग पर प्रर्दशन करने के बाद पटवध मोड़ पर देश में चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन देते हुए क्षेत्र के किसानों और नौजवानों ने अखिलभारतीय किसान सभा के नेता कामरेड बुद्धि सेन मिश्रा के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा बनाए गए नये कृषि बिल की कापी को जलाकर कृषि बिल पर विरोध जताया और सरकार की तानाशाही रवैए का विरोध किया।जहां उपस्थित लोगों ने किसान आंदोलन में शामिल अब तक शहीद हुए किसानों को नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी और कृषि बिल को लेकर केंद्र सरकार की हटवादी नीतियों को जम कर कोसा। वक्ताओं ने कहा कि देश के अन्नदाता किसान है और इन्हीं अन्नदाताओं की इस सरकार में उपेक्षा की जा रही है, चल रहे आंदोलन में अब तक पांच दर्जन से अधिक वृद्ध और युवा किसानों ने अपनी शहादत दे दी है, सरकार की नीति और मंशा साफ नज़र नहीं आ रही है, देश का हर तबका अपने देश के किसानों के साथ है ऐसे में कृषि बिल तत्काल वापस लिया जाए नहीं तो आंदोलन और लम्बा चलेगा जो देश हित में कत्तई उचित नहीं।कार्यक्रम में मौके पर मौजूद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव कामरेड आर के शर्मा ने कहा आज लोहड़ी व मकर-संक्रांति के अवसर पर किसानों,मजदूरों और नौजवानों को सड़क पर उतर कर सरकार की नीतियों का विरोध करना पड़ रहा है और सरकार द्वारा पारित कृषि बिल के कापी को पुरे देश में किसान,मजदूर और युवा वर्ग जलाकर आक्रोश ब्यक्त कर रहा,और सरकार की हिटलरशाही नीतियों का खुलकर विरोध कर रहा है।ऐसे में हम मांग करते हैं कि तीनों कृषि कानून को तत्काल वापस लिया जाए,किसानों की फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने की गारंटी तय किया जाए,न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दाम पर खरीद को गैर कानूनी घोषित किया जाए।इस दौरान प्रमुख रूप से हरिकेश्वर जायसवाल, प्रेमचंद गुप्ता,नौजवान सभा के जिला सचिव दिनेश्वर वर्मा, संजय रावत,खेत मजदूर यूनियन के अमरनाथ सूर्य, बाबू खां, नागेंद्र कुमार वर्मा,सुनिल सोनी,शिव कुमार जायसवाल, बुद्धि राम, सियाराम,कमला प्रसाद व बिसेसर आदि मौजूद रहे।

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