-श्री राम राम जन्मोत्सव की सजाई गई झांकी।
-मुख्य व्यास श्री सूर्यलाल मिश्र के साथ भक्तों ने गाए सोहर।
-मुद्राएं खिलौने मानस पांडाल में लुठाए गए।
-सोंठ के लड्डू प्रसाद स्वरूप बांटे गए।
-जन्म की खुशी में पटाखे भी छुड़ाए गए।
सोनभद्र। श्री रामचरितमानस नवाह पाठ महायज्ञ के द्वितीय दिवस के अवसर पर श्री राम जन्मोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
नवमी तिथि मधुमास पुनीता। शुक्ल पक्ष अभिजीत हरिप्रीता मध्य दिवस अति शीत न घामा।
पावन काल लोक विश्रामा।
दीनों पर दया करने वाले कौशल्या जी के हितकारी कृपालु प्रभु प्रगट हुए-
भए प्रगट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हितकारी।
हर्षित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप निहारी।
लोचन अभिराम तनु घनश्यामा निज आयुध भुज चारी।
भूषण मन वनमाला नयन
भूषण वनमाला नैन विशाला शोभा सिंधु खरारी।
व्यास आचार्य सूर्य लाल मिश्र के मुखारविंद से निकले इसी छंदों के साथ श्रीराम का जन्म हुआ।श्री सालिक राम को पाल पालने में झूला कर जन्म उत्सव की झांकी दिखाई गई, यजमान अजय शुक्ला, सहधर्मीणी माधुरी शुक्ला ने पालने की डोर पकड़ कर रस्म निभाई।
इस अवसर पर मानस पांडाल में राम जन्म उत्सव की झांकी सजाई गई, मुद्राएं एवं खिलौने लुटाए गए और सोंठ के लड्डू बांटे गए, पटाखे भी छुड़ाए गए।
मुख्य व्यास, मंच आचार्य, पाठ कर रहे भू देवों के साथ मंच पर उपस्थित महामंत्री सुशील पाठक, किशोर तिवारी, इंद्रदेव सिंह, बब्बू तिवारी, पंचम भारूका, अशोक जालान, हरिर किशोर केडिया, अजय सिंह, सुरेश पाठक, हर्षवर्धन केसरवानी पंडाल में उपस्थित भक्त जनों ने सोहर गीत गाए और भगवान श्री राम के जन्म उत्सव की झांकी का दर्शन किया।