बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)बभनी।असनहर गाव में चल रहे रामलीला मंचन व दुर्गा पुजा के दौरान मंगलवार को भरत मिलाप लीला का सफल मंचन किया गया।भरत मिलाप लीला देखकर दर्शक भावुक हो गए। छठा दिन दुर्गा पुजा एंव रामलीला मंचन के दौरान भरत मिलाप के लीला में गुरु बशिष्ठ सहित भरत,,सुमंत तथा सभी नगर वासी प्रभु श्रीराम को मनाने के लिए चित्रकूट पहुंचते हैं। वहां भरत,माता कौशल्या सहित सभी नगर वासियों नेअयोध्या वापस लौट जाने के लिए काफी विनय किया लेकिन रामचंद्र जी ने यह कह कर वापस कर दिया कि पिता के आज्ञा का पालन करना हमारा कर्तव्य है। मैं अवधि समाप्त होने के बाद अयोध्या लौट आऊंगा।भरत ने प्रभु श्रीराम का चरण पादुका लेकर अपने नगर वासियों के साथ वापस लौट आते हैं।।भरत ने नंदीग्राम में चरण पादुका रखकर वहीं ध्यान करते हैं।इधर जब सुमंत जी द्वारा राजा दशरथ को यह बताया जाता है कि रामचंद्र जी अयोध्या वापस नहीं लौटे तो इतना सुनते ही दशरथ जी प्राण त्याग देते हैं। पूरी अयोध्या गगरी सूनी हो गई।कार्यक्रम में मुख्य रूप से अमरदेव पान्डेय,नन्दलाल, उमेश कुशवाहा, श्यामसुंदर कुशवाहा, संदीप कुमार,लालकेश ,मेहीलाल ,सहित अन्य लोग शामिल रहे।