पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी। काशी की बेटी भारत का सबसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल उड़ाएगी। फुलवरिया की रहने वाली शिवांगी इंडियन एयरफोर्स की पहली महिला पायलेट बनेगी,जो रॉफेल को उड़ाएंगी। पिता कामेश्वर सिंह ट्रेवल का काम करते हैं। जुलाई 2016 में मैसूर में शिवांगी ने कमान एप्टीट्यूट टेस्ट क्वालीफाई किया था। वो एयरक्राफ्ट उड़ाने में माहिर हैं। परिवार के साथ पूरे काशी और पूर्वांचल को शिवांगी पर गर्व है।
शिवांगी के चचेरे दादा सुधीर सिंह ने बताया वो घर से सुबह 6 बजे निकलती थी और आठ बजे रात को घर आती थी।लोग तमाम बाते करते थे।गलत समझते थे,पढ़ती है कि घूमती है।आज वही लोग बधाइयां दे रहे हैं । शिवांगी ने बीएचयू से स्नातक की पढ़ाई की है। हैदराबाद में एयरफोर्स की ट्रेनिंग कर अब अंबाला में राफेल की ट्रेनिंग लेंगी। शिवांगी अच्छी एथलीट के साथ गिटार भी बजाती है। शिवांगी का घर कैंटोनमेंट एरिया में है। फौजियों को देखकर उसके मन मे देश सेवा का जज्बा जगा। पिता कामेश्वर सिंह ने बताया कि उसके नाना भी फौजी थे। 9 क्लास में वो दिल्ली गयी थी। तब नाना ने एयरबेस और म्यूजियम घुमाया था। प्लेन देखकर तभी बोली थी, मैं भी इसको उड़ाना चाहती हूं। संघर्षों की बहुत जरूरत नहीं पड़ी, उसकी जो भी जरूरत रही हम सभी ने पूरा किया। मां सीमा सिंह ने बताया डर तो उसके मन में कभी था ही नहीं। शुरू से ही उसको जहाज में बहुत रुचि थी।