ओम प्रकाश मिश्रा
मिर्जापुर।
जनपद के लालगंज थाना क्षेत्र के पीयूरी गांव में रविवार की रात आई बारात को बैरंग वापस लौटना पड़ा। द्वार पूजा के बाद फेरे लेते समय दूल्हा पैर से दिव्यांग निकला तो लड़की पक्ष ने शादी से इंकार कर दिया। काफी मनाने के बाद भी लड़की पक्ष नहीं माना। बारात वापस जाने के बाद क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा है।
लालगंज थाना क्षेत्र के पीयूरी निवासी के लड़की की शादी थी। बारात मड़िहान थाना क्षेत्र के दाढ़ीराम गांव से आई थी। शाम को बारातियों का स्वागत किया गया। जिसके बाद द्वार पूजा हुआ। द्वार पूजा होने के बाद विवाह का कार्यक्रय शुरू हुआ । सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन फेरे लेते समय दूल्हे को एक पैर से दिव्यांग बताकर लड़की ने शादी करने से इनकार कर दिया। बस सिंदूरदान ही बाकी था। लड़की ने बताया कि दूल्हा एक पैर से दिव्यांग है, शादी नहीं करूंगी। इस पर लड़की की मां ने भी लड़की की बिना रजामंदी के शादी से इंकार कर दिया। रात दो बजे सभी बाराती वापस लौट गए, पर लड़का और लड़के का परिवार रुका था। लड़की पक्ष को समझा कर शादी करने का बहुत प्रयास किया गया पर बात नहीं बनी। लड़का पक्ष वापस जाते समय दुल्हन के शृंगार के लिए लाया हुआ कपड़ा व सात नग गहना वापस मांगने लगे तो लड़की पक्ष ने समान देने से इंकार कर दिया। इस पर लड़के के पिता ने डायल 112 पर फोन कर समान वापस दिलाने की गुहार लगाई । कुछ देर बाद शादी की सहमति बनी। लड़के के पिता ने वापस 112 पर फोन कर मामला सुलझने की बात बताई, पर सुबह होते ही लड़की पक्ष के लोगों ने फिर शादी से इंकार कर दिया। समान देने के बदले में शादी में खर्च हुए 40 हजार की मांग करने लगे। इस पर पंचायत शुरू हुई। सोमवार की दोपहर 12 बजे लड़की पक्ष ने लड़के पक्ष से 15 हजार रुपये लेकर सभी सामान वापस कर दिया।