ओम प्रकाश मिश्रा
मीरजापुर । सिटी ब्लाक क्षेत्र के शिरसी बखेल गाँव मे लॉकडाउन के दौरान बुरे दौर से गुजर रहे मजदूरों के चेहरे खिल उठे हैं। उन्हें न सिर्फ गांव में काम मिला बल्कि घर चलाने की उम्मीद भी जग गई है। ग्राम पंचायत शिरसी बघेल में मनरेगा के तहत चकरोड और समथलि कारण का काम शुरू हुआ है। जिसमें सैकड़ो मजदूर रोजगार मे लगे हुये है। वहीं सिटी ब्लाक के ग्राम पंचायत शिरसी बघेल में चकरोड, का काम शुरू हुआ। यहां बड़ी संख्या में मजदूर हाथ पर हाथ धरे बैठे थे। घरों के खाने के लाले पड़े थे तो कई लोग बाहर से भी आए थे। घरों का बजट भी गड़बड़ा रहा था।वहीं मनरेगा के तहत काम की खबर लगते ही श्रमिकों की कतारें लग गई।
मजदूर ने बताया मनरेगा के तहत चकरोड पर मिट्टी डालने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गांव के निवासी हर मजदूर को काम दिया जा रहा है।
जिससे हम लोगो को जीवन यापन करने मे अब कठिनाइयां नही आएगी सरकार द्वारा राशन दिया जा रहा है अब पैसा भी मिलेगा तो सब्जी,दाल,नमक,मिर्चा जैसी सामाग्री भी इन्ही पैसे से पूरा हो जाएगा।
प्रधान पति बच्चा बिन्द ने बताया की हर रोज गाँव के लोगो को सोशल डिस्टेंसन को देखते हुए अधिक से अधिक मजदूरों को काम दिया जा रहा है। आगे जरूरत पड़ने पर और लोगो को रोजगार मुहैया कराया जाएगा। तथा उन्हें मजदूरी भी समय समय से दिया जाएगा। वहीं चकरोड,और सम्थलि करण में लगे अन्य मजदूरों ने बताया कि काफी समय से हम लोग घरो में बैठे थे। काम की दिक्कतें हो रही थीं। जिससे घरों के हालात भी दिनों-दिन खराब होते जा रहे थे। अब मनरेगा के तहत गाँव मे काम मिल गया है यही मजदूरी करेंगे,और कही जाने की कोई जरूरत नही है अगर ऐसे ही काम मिला तो बाहर हम लोग कभी नहीं जाएंगे।