एस एन सी न्यूज़ ब्यूरो
विंध्याचल।
कोरोना वैश्विक महामारी को देखते हुए विन्ध्याचल के पुरोहित समाज ने प्रधानमंत्री को पत्रक लिख के सर्व समाज के राहत की मांग की है पत्रक में कोरोना से देश जूझ रहा है ऐसे में बचाव के लिए देश में लाक डाउन किया गया है। जिसका असर स्वाभाविक रूप से भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में पड़ा है जिसमे मां विंध्यवासिनी मंदिर प्रसिद्ध है इस दरबार में प्रतिदिन देश-विदेश के पर्यटकों के अलावा बड़ी संख्या में तीर्थ यात्रियों का आवागमन होता रहता है जिससे सरकार को अच्छी-खासी राज्यों से उसकी आमदनी होती थी इसके अलावा मंदिर से जुड़े तीर्थ पुरोहित समाज के अलावा हजारों लोगों की जीविका चलती थी जिसके अलावा प्रत्यक्ष रूप से अन्य व्यवसायिक से जुड़े लोगों की जीविका चलती थी परंतु को कोरोना बीमारी से बचाने के लिए 25 मार्च से मां का कपाट पंडा समाज ने कोरोन को हराने के लिए अपनी घोषणा का समर्थन करते हुए मंदिर का कपाट बंद कर दिया गया है। यह लड़ाई कितनी लंबी खींचेगी की कुछ नहीं कहा जा सकता लोगों के पास जो पैसा बचा था वह खत्म हो चुका है अब उनको अपनी जीविका चलाने में कठिनाई हो रही है लोगों के सामने भूखे मरने की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
भारत सरकार के प्रधानमंत्री से आग्रह है कि जिस तरह से आपने आर्थिक मंदी को उबारने के लिए और क्षेत्रों में कुछ न कुछ आर्थिक पैकेज दिया है उसी प्रकार से मां विंध्यवासिनी मंदिर से जुड़े तीर्थ पुरोहित समाज तथा अन्य वर्ग को आर्थिक पैकेज देने की अनुग्रहित करने की कृपा करें इसके लिए आपका तीर्थ पुरोहित समाज व अन्य वर्ग के लोगों को आजीवन ऋणी रहेंगे
वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित सुधाकर मिश्रा तीर्थ पुरोहित सतमी प्रसाद दुबे व्यापारी रामू जायसवाल भूपत मिश्रा पद्माकर मिश्र आदि लोगों ने प्रधानमंत्री को मीडिया के माध्यम से पत्रक देकर मां विंध्यवासिनी मंदिर से जुड़े सभी वर्गों को आर्थिक पैकेज देने की मांग की गई है ।