ओम प्रकाश मिश्रा
मिर्ज़ापुर।
देश की आर्थिक व्यवस्था सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले मजदूर आज वेबस व लाचार दिखाई दे रहे हैं। हजारों की संख्या में आए प्रवासी मजदूरों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। गांव में आए हजारों की संख्या में से कुछ मजदूरअपने जिम्मेदारियों का पालन करते हुए स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच हेतु पहुंच रहे हैं, बस उन्ही मजदूरों का थर्मल स्कैनिंग किया जा रहा है।घर वापस लौटे बहुत से मजदूरों की स्थानीय तौर पर न तो कोई जाँच हुआ और न ही कोई सूची बनाई गई हैं। जिले में रोज बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये जिला प्रशासन व सरकार द्वारा सख्ती बरते जाने की बात कही जा रही हैं।
जबकि राजगढ़ क्षेत्र में संचालित हो रहे बैंको पर सोशल डिस्टेंसिंग तार तार कर रही खाता धारकों की भीड़ दिखाई दे रही है। वहीं स्थानीय प्रशासन द्वारा क्षेत्र के एक बैंक पर सुरक्षा की दृष्टि से तैनात किया गया होमगार्ड ड्यूटी के दौरान नीद में चूर खर्राटे भर रहा था । वहीं बाजारों में भीड़ भाड़ के साथ समय से पहले ही दुकानें खोली जा रही है। स्थानीय पुलिस चौकी क्षेत्र के विभिन्न गांवों में शाम होते ही अबैध शराब बनाने वालों के घर शराबियों की महफिले सज जाती है।वही लोगो का कहना है सब कुछ जानते हुई भी स्थानीय पुलिस अनजान बनी हुई हैं। स्थानीय पुलिस, स्वास्थ्य विभाग व ग्राम प्रधानों की गैर जिम्मेदाराना रवैए के चलते वापस लौटे प्रवासी मजदूरों के जरिए क्षेत्र में कोरोना संक्रमण फैलने का भय व्याप्त है।