*आदिवासी वनवासी महासभा और धांगर महासभाकी बैठक में हुआ फैसला
*सोनभद्र :।सोनभद्र जनपद में ही मूलत: रहने वाली धांगर जाति को इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र देने के आदेश के बावजूद जाति प्रमाण पत्र जारी न करने के प्रशासनिक कार्यवाही के खिलाफ अवमानना का मुकदमा हाईकोर्ट मेंकिया जाएगा।
इस आशय का निर्णय आज सिलथम गांव में आदिवासी वनवासी महासभा व धांगर महासभा की बैठक में लिया गया । बैठक की अध्यक्षता रामाधार धांगर व संचालन आदिवासी जागरूकता मंच के जितेंद्र लकड़ा ने किया।
बैठक के मुख्य अतिथि स्वराज अभियान के नेता दिनकर कपूर ने कहा कि मोदी -योगी राज संविधान से नहीं चल रहा । आए दिन संवैधानिक प्रावधानों का माखौल बनाया जा रहा है । महज एक पूर्व मंत्री व आगरा से मौजूदा सांसद की कुर्सी को बचाने के लिए संविधान में अधिकार न होने के बावजूद धांगर जाति को धनगर कर उसके एससी के दर्जे को समाप्त कर दिया गया । इस असंवैधानिक निर्णय के खिलाफ सड़क से लेकर न्यायालय तक संघर्ष किया जाएगा ।
युवा मंच के संयोजक राजेश सचान ने कहा कि आज रोजगार का सवाल देश का सबसे ज्वलंत सवाल बना हुआ है। इस इलाके में रोजगार सृजन के लिए खेती और लघु व कुटीर उद्योग व सार्वजनिक क्षेत्र के विकास के मॉडल को विकसित करने के लिए प्रयास करना होगा ।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य व धांगर महासभा के उपाध्यक्ष मुन्ना धांगर ने कहा कि भाजपा -संघ ने धांगर जाति के अस्तित्व को खत्म करने का प्रयास किया है इसलिए इन दलों के बहिष्कार की जरूरत धांगर समाज को है ।
मजदूर किसान मंच के जिला सचिव अमरनाथ मौर्या व हरिप्रसाद तिर्की ने कहा कि इस क्षेत्र में खेती तबाह है। धन्धरौल बांध के करीब रहने वाले बावजूद यहां के गांव में सिंचाई की व्यवस्था नहीं है । हर खेत को पानी के सवाल को इस क्षेत्र में हल कराने के लिए बड़ा राजनीतिक आंदोलन खड़ा किया जाएगा । उन्होंने किसानों के बीमा के प्रीमियम को बढ़ाने पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए इसे वापस लेने की मांग उठाई है।
बैठक को मुकेश मिंज ,रामचन्द्र कुजूर , संपतराम , राममूर्ति धांगर , नंदू प्रसाद गोंड़ ,रिंकू धांगर , जयप्रकाश गोड़ ने संबोधित किया ।