
• उत्तर प्रदेश विधानमंडल की विशेष सत्र में लगातार 36 घंटे चली चर्चा ने रचा इतिहास : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
• इस चर्चा ने साबित किया है कि जनता ने वर्ष 2014, 2017 और 2019 में जो फैसला दिया वह आंख बंद करके नहीं दिया
• योगी ने कहा – लोकतंत्र की अद्भुत घटना है, इसके लिए सभी सदस्यों को हृदय से धन्यवाद देता हूं, अभिनंदन करता हूं
आशीष अवस्थी की लखनऊ से खास रिपोर्ट
लखनऊ।सतत विकास लक्ष्य विजन 2030 के 16 गोल के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए उत्तर प्रदेश विधानमंडल की बुलाई गई विशेष सत्र में लगातार 36 घंटे चली चर्चा ने इतिहास रच दिया। गुरुवार को रात्रि 11 बजे समापन मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहां उत्तर प्रदेश के विकास कार्यों और सतत विकास के लक्ष्यों के लिए बनाई गई समितियों के बारे में विस्तार से बताया, वहीं विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा को विकास से कोई मतलब नहीं है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विपक्ष ने पूरी कार्यवाही का बहिष्कार किया, जिससे विपक्ष का चेहरा बेनकाब हुआ है। वास्तव में ये लोग गरीबों के नाम पर नारेबाजी करते थे, लच्छेदार नारे से भरमाते थे। अब ये बेनकाब हो गए हैं। सरकार ने जब आम जनों से जुड़े मुद्दों को सदन में चर्चा के लिए रखा तो विपक्ष भाग खड़ा हुआ है। इस चर्चा ने साबित किया है कि जनता ने वर्ष 2014, 2017 और 2019 में जो फैसला दिया वह आंख मूद करके नहीं दिया है। बहुत कुछ सोच समझ कर के दिया है। क्योंकि जनता को मालूम है उनके हितों के लिए कार्य कर हम ही कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने तुलसीदास जी की रचना को सदन में रखते हुए कहा कि “जहां सुमति तहां संपत्ति नाना, जहां कुमति तहं बिपति निदाना”। उन्होंने कहा कि तुलसीदास जी आज से सैकड़ों वर्ष पहले जो बातें कहीं औऱ लिखी, वह आज भी एकदम सही बैठती हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुधवार सुबह 11 बजे से सदन की जो कार्यवाही प्रारंभ हुई, वह अनवरत 36 घंटे चलती रही। इस दौरान विधानसभा और विधान परिषद में कुल 149 सदस्यों ने अपने विचारों को रखा। वास्तव में यह लोकतंत्र की अद्भुत घटना है। इसके लिए सभी सदस्यों को हृदय से धन्यवाद देता हूं, अभिनंदन करता हूं। योगी ने कहा कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव, नितिन अग्रवाल, कांग्रेस पार्टी की अदिति सिंह, राकेश सिंह और बहुजन समाजवादी पार्टी के मोहम्मद असलम रायनी और अनिल सिंह ने इस चर्चा में भाग लेकर जता दिया है कि वे भी प्रदेश के विकास में ईमानदारी के साथ भागीदारी करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि दोनों सदनों की चर्चा रात्रि भर चलना लोकतंत्र के प्रति हम सबके विश्वास को भी प्रदर्शित करता है। जिस समय जनप्रतिनिधि समाज के सामने अपने विश्वास के संकट से गुजर रहे हों, ऐसी परिस्थितियों में जनता से जुड़ी हुई समस्याओं पर दिन रात एक कर के चर्चा करें और फिर उसके समाधान का मार्ग निकालने की दिशा में एक सार्थक पहल है।
योगी ने कहा कि लोकतंत्र का संवाद समन्वय और शांति का प्रतीक होता है। इसीलिए दुनिया के अंदर शासन की सबसे अच्छी पद्धति के रूप में लोकतंत्र को स्वीकार किया गया। लोकतंत्र की ताकत का ही एहसास कराने के लिए हम सब इस प्रकार की चर्चा परिचर्चा में भाग लेते हैं, उसका हिस्सा बनते हैं। मैं चाहता हूं कि यह चर्चा एक दस्तावेज बने, जो आने वाली पीढ़ी के लिए एक दस्तावेज के रूप में मददगार साबित हो।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि वर्ष 2022, वर्ष 2024 और 2030 तक एक ठोस कार्य योजना भौतिक और वित्तीय लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रत्येक माह मुख्य सचिव और स्वयं मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुश्रवण में यह कार्यवाही आगे बढ़ेगी। इन लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में सभी समितियां गठित हुई हैं। सतत विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए सभी सदस्य संजीदा है। बुधवार रात्रि में सदन में 12 बजे तक 103 सदस्य मौजूद थे। रात्रि को 1 बजे 88 सदस्य मौजूद थे। रात्रि को 2 बजे 74 सदस्य सदन में मौजूद थे। उन्होंन कहा कि सदन में एक वक्त 100 के करीब सदस्य लगातार मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि जो हमारे संबंधित विभाग के अधिकारी नोडल विभाग बनाए गए हैं, उस विभाग के मंत्रीगण भी इसमें रूचि लेकर के हर महीने इसकी समीक्षा करेंगे। हर तीसरे महीने में मैं खुद इसकी समीक्षा करूंगा। हर दूसरे महीने एक बार इसके बारे में चर्चा करके इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन में बसपा के विधायक ने बताया है कि एक छोटी सी नगर निकाय में 509 मुस्लिम समुदाय के परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास मिला है, जिससे मैं कह सकता हूं कि बिना भेदभाव के शासन की योजनाएं समाज के तक पहुंची है।
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